पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई का मददगार बलराम मप्र सहित पांच रायों में समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज का बड़ा जासूसी नेटवर्क खड़ा करने में जुटा था। इनमें छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश भी शामिल हैं। इस जानकारी के बाद मप्र एटीएस ने जांच में इन रायों की एजेंसियों को भी शामिल किया है।
पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले लोगों से भाजपा नेताओं के साथ जुड़ने का विवाद थम नहीं रहा। अब एक और नया मामला भाजपा के चरित्र को उजागर कर रहा है। सेक्स रैकेट चलाने वाले एक आरोपी का नाम भाजपा के एक मंत्री से जोड़ा जा रहा है। कांग्रेस ने मसले पर आपत्ति लेते हुए कहा है कि भाजपा को साफ करना चाहिए कि आखिर उनकी पार्टी का यह कौन सा चेहरा सामने आ रहा है।