सपा नेता अमर सिंह ने आज सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव और भाई रामगोपाल के निष्कासन को वापस लेने के फैसले को सही बताया और कहा कि सपा परिवार को तोड़ने की साजिश नाकाम हो गई।
समाजवादी पार्टी के भीतर लड़ाई और तेज हो गई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
यूपी में चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी बिखर गई है। एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार को अपने बेटे और सीएम अखिलेश के साथ-साथ चचेरे भाई रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया। मुलायम ने कहा कि रामगोपाल अखिलेश का भविष्य खराब कर रहे हैं और अखिलेश यह समझ नहीं पा रहे। दूसरी तरफ अखिलेश यादव ने साफ किया है कि असली समाजवादी पार्टी तो उनकी है, नेताजी को कुछ लोग गुमराह कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी में एक बार फिर वर्चस्व की जंग छिड़ गई है। इस जंग से कार्यकर्ताओं में निराशा पैदा हो गई है। बीते दो दिनों में मुख्यमंत्री अखिलेेश यादव और प्रदेश सपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव द्वारा जारी जंग का असर यह होने लगा है कि पार्टी में अब बड़ी दरार पड़ती जा रही है।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी सपा दो फाड़ होने के नजदीक पहुंच गयी, जब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पिता सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव के लिये प्रत्याशियों की सूची जारी किये जाने के बाद अपनी तरफ से 235 उम्मीदवारों की एक समानान्तर फेहरिस्त जारी कर दी।
यूपी विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी का टिकट कटने से नाराज कई मंत्रियों और समर्थकों ने गुरूवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ बैठक की। सभी ने टिकट ना पाने का दर्द अखिलेश से साझा किया। मंत्री अरविंद सिंह गोप ने अखिलेश के सामने कहा कि हमारा टिकट अमर सिंह ने कटवाया है साथ ही बेनीप्रसाद वर्मा ने भी शिवपाल सिंह यादव से अपने बेटे के लिए मेरे खिलाफ साजिश रची है।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी समाजवादी पार्टी टूटने की कगार पर नजर आ रही है। इसकी वजह पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव द्वारा टिकट से वंचित किए गए अखिलेश यादव के समर्थक मंत्रिायों और विधायकों का यह कहना है कि मुख्यमंत्री पार्टी की आधिकारिक सूची के समानांतर अपनी अलग सूची जारी कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) आज दो फाड़ होने के नजदीक पहुंच गयी, जब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पिता सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव के लिये प्रत्याशियों की सूची जारी किये जाने के बाद अपनी तरफ से 235 उम्मीदवारों की एक समानान्तर फेहरिस्त जारी कर दी।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी में एक बार फिर खलबली मच गई है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विरोधियों को पार्टी में वापसी कराकर प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने एक बार फिर टकराव का संकेत दे दिया है। वहीं अखिलेश समर्थकों की वापसी की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है।
समाजवादी पार्टी में अब टिकट वितरण को लेकर घमासान छिड़ गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव के बीच एक बार फिर तकरार खुलकर सामने आ गई है।