रात साढ़े 12 बजे भारतीय सेना ने सर्जिकल ऑपरेशन शुरू किया। सुबह साढ़े चार बजे तक सात आतंकी शिविरों को उड़ा दिया गया। इस कार्रवाई में कम से कम 40 आतंकियों और नौ पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की खबरें आ रही हैं। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने तो किसी आतंकी शिविर के होने से ही इंकार करते हुए इस घटना को सीमा पार फायरिंग बताते हुए महज दो सैनिकों का मारा जाना स्वीकार किया है।
जम्मू कश्मीर के उड़ी में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के फलस्वरुप दिल्ली में आगामी नवंबर में होने वाले इंडिया इंटरनैशनल ट्रेड फेयर में पाकिस्तान के भाग लेने पर संशय के बादल मंडराने लगे हैं। इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन के सूत्रों का कहना है कि दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बाद यह पाक के भाग लेेने का मसला काफी 'संवेदनशील' हो गया है। इस बारे में किसी अहम फैसले का इंतजार किया जाएगा।
उरी हमले काे लेकर शिवसेना ने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उसने साफ कहा है कि हमला होने के बाद अब तक मोदी पाक को करारा जवाब नहीं दे पाए हैं। एक तरफ जहां पूरा देश मोदी सरकार से उम्मीद लगाए हुए है कि वो पाकिस्तान को करारा जवाब देंगे वहीं शिवसेना की नजर में ऐसा कुछ नहीं होने वाला। पार्टी के अनुसार यह सिर्फ सोशल मीडिया पर प्रचार फैलाया जा रहा है कि मोदी जी ने पाकिस्तान को अलग-थलग कर दिया है लेकिन सच्चाई इससे अलग है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई भी देश पाक के खिलाफ नहीं हुआ है बल्कि उसके साथ ही खड़ा है।
उरी अटैक के बाद अपने पहले भाषण में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत पाकिस्तान को विश्व बिरादरी में अलग-थलग करने में कामयाब होगा। जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर से सुरक्षाबलों जैश-ए-मुहम्मद के दो गाइड को गिरफ्तार किया है। आशंका है कि दोनों ने आतंकियों को सीमा पार कराने में मदद दी। सूत्रों के मुताबिक, इन दोनों को मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर ने खुद ट्रेनिंग दी। दोनों ने 12 से 18 आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराया। सेना इस बात की जांच कर रही है कि क्या उरी अटैक के हमलावर भी इन्हीं की मदद से भारत की सीमा पार किए थे।