यादें: एडवांस मैथ इश्क, रोटोमैक और 'सफर तो छोटा रहा तुम्हारे साथ पर तुम...' राशियों के चरित्र में परिवर्तन होता रहता है। ग्रह भी अपने घर बदलते रहते हैं। आनंद के ग्रहों ने भी उस... FEB 07 , 2022
यादें: वह कहानी, जिसके अंत में शुरुआत थी- 'देखो तुम भी खत मेरा आते ही..." ऐसा नहीं था कि इस तरह की यह पहली घटना थी पर अब तक किसी ने ऐसा नहीं किया था पर इस गाँव में ऐसा कुछ नहीं हुआ... JAN 23 , 2022
यादें: 'किताबें बहुत-सी पढ़ी' पर मिलना ज्ञान बरास्ते आर्केस्ट्रा वाला नाच (डिस्क्लेमर : यह किस्सा नब्बे के दौर का एक जरूरी सच है। हम सबने सिनेमा और संगीत बदलते देखा, अन्य... JAN 09 , 2022
सिर्फ तुम, दरबार सिनेमा और खाली दिल नहीं जान वी ये मंगदा देखने में तो नहीं लगता है, पर सच यही है कि बड़ी मौसी के सबसे छोटे लड़के सुनील भैया मुझसे छह माह बड़े हैं।... DEC 26 , 2021
यादें: दो बाँके, एक फिल्म और जूही चावला की "मैं तेरी रानी तू राजा मेरा" डिस्केलमर : ग्लोब के किसी हिस्से में नब्बे के दो दीवाने हुए। दो असल गंजहे। पर कानूनन यही कहना है कि इस... DEC 19 , 2021
यादें : दिलवाले और दिलवाले के आशिक की 'पूस की रात' 'जीता था जिसके लिए' की जनव्याप्ति उन दिनों चालीसा से थोड़ा ही कम थी। एक ओर हमारे गाँव के मंदिर से सुबह में... DEC 05 , 2021
यादें: "खता तो जब हो हम हाल-ए-दिल"-दिव्या भारती के लिए उपवास और दोस्ती में दरार उसके मामा की एक ड्राईक्लीनिंग शॉप, सिनेमा रोड में थी। इंटर कॉलेज से जो समय बचता, वह वहीं पर बिताता। उसका... NOV 28 , 2021
यादें: रखना किताबों को गिरवी, देखना 'दलाल' और दोस्ती का लिटमस टेस्ट जिले से बाहर "दलाल" खूब धमाका मचाकर आयी थी। उसके गीत पहले से सबकी ज़बान पर चढ़े हुए थे। अब इंतज़ार फ़िल्म का... NOV 21 , 2021
डब्ल्यू टी से सिनेमा देखने वाले लड़के और एक थी एवन वाली लड़की (स्पष्टीकरण : किस्से के दो हिस्से हैं दोनों सच में घटित) दुलारा का एक गीत हर्षवर्द्धन और आनंद के मन में... NOV 15 , 2021
यादें: विजयपथ, दरबार और तब्बू का खोंइछा भरा जाना उन दिनों दूरदर्शन और डीडी मेट्रो का जमाना था। बैट्री चार्ज करने की दुकानें जगह-जगह थी और हमारी उम्र के... NOV 07 , 2021