मुंबई में 1993 में हुए सीरियल ब्लास्ट के दोषी मुस्तफा दौसा की बुधवार को मौत हो गयी। मुस्तफा को सुबह सीने में दर्द की शिकायत के बाद हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। बताया जा रहा है कि मुस्तफा को हाइपरटेंशन और डायबिटीज की शिकायत थी।
साल 1993 के सीरियल बम विस्फोट मामले में मुंबई की विशेष टाडा कोर्ट ने आज बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने इस मामले में अबू सलेम को मुख्य साजिशकर्ता माना है। कोर्ट ने साथ ही, मुस्तफा और मोहम्मद दोसा, फिरोज राशिद खान, करीमुल्ला शेख, ताहिर मर्चेंट को भी इस मामले में दोषी करार दिया है। वहीं, एक आरोपी अब्दुल कय्यूम को अदालत ने बरी कर दिया है।
फिल्म के शीर्षक से दर्शकों को लग सकता है कि यह कोई रोबोट या रा.वन की तरह फिल्म होगी। साइंस फिक्शन की तरह लगने वाली यह फिल्म दरअसल एक प्रेम कहानी है जिसमें फार्मूला प्रेम यानी प्रेम में धोखा और हत्या जैसा मसाला भरपूर उपयोग किया गया है।
पीकू और लंच बॉक्स जैसी फिल्मों में दो बिलकुल विपरीत भूमिका कर चुके इरफान के नए प्रशंसकों में बांग्लादेश के नामी निर्देशक मुस्तफा सरवर फारूकी का नाम भी जुड़ गया है। इस फिल्म के आने से यह भी साबित होगा कि बांग्लादेश में बॉलीवुड या इसके कलाकारों का विरोध नहीं होता है।
अपने संजीदा अभिनय के लिए मशहूर इरफान खान जल्द ही जाने-माने बांग्लादेशी निर्देशक मुस्तफा सरवर फारूकी के निर्देशन में बनने वाली अंतरराष्ट्रीय फिल्म नो बेड ऑफ रोजेज में मुख्य भूमिका में नजर आएंगे।