श्याम बेनेगल फिल्म उद्योग में काम तलाशने के लिए जब पहली बार मुंबई आए थे, तब वह अपने चचेरे भाई और दिग्गज फिल्म निर्माता गुरदत्त से मिले। गुरदत्त ने उन्हें उनका सहायक बनकर काम करने के बजाय अपना काम शुरू करने की सलाह दी थी।
सेंसर बोर्ड के प्रमुख पहलाज निहलानी ने दावा किया कि ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जब निर्देशकों ने अपनी फिल्म में कुछ सीन रहने देने के लिए उन्हें रिश्वत देने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कुछ लोग रिश्वत देकर अपने काम को वैसा ही बनाए रखना चाहते हैं।
अक्सर फिल्मों सीन पर कैचियां चलाने वाले सेंसर बोर्ड को अब खुद एक कसौटी से गुजरना है। केंद्र सरकार ने जाने-माने फिल्मकार श्याम बेनेगल को फिल्मों के प्रमाणन की मौजूदा व्यवस्था पर सुझाव देने का जिम्मा दिया है। श्याम बेनेगल को यह जिम्मेदारी मिलने के साथ ही सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी को हटाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं।