उन्होंने कहा कि रियो आगमन का उनका समय पूर्व नियोजित था और भारतीय टेनिस टीम उससे अवगत थी। पुरूष युगल के इन दोनों खिलाडि़यों के बीच मतभेद की अटकलबाजियां चल रही थी और रिपोर्टों में कहा गया था कि पेस ने खेल गांव में बोपन्ना के साथ एक कमरे में रहने से इन्कार कर दिया है। यह भी कहा जा रहा था कि पेस के देर से पहुंचने के कारण इन दोनों को अभ्यास का कम मौका मिला और बोपन्ना को अन्य खिलाडि़यों के साथ अभ्यास करना पड़ा।
लेकिन अपने लगातार सातवें ओलंपिक में खेल रहे पेस ने इन रिपोर्टों को आधारहीन और असत्य करार दिया। उन्होंने कहा कि उनके यहां पहुंचने के समय और खेल गांव में रूकना पूर्व नियोजित था और टीम को उसके बारे में जानकारी थी। इस 43 वर्षीय स्टार ने ट्वीट किया, मीडिया के एक वर्ग में आधारहीन रिपोर्टों से मैं निराश और दुखी हूं जिसमें मुझ पर आरोप लगाया गया था कि मैंने रियो पहुंचने के अपने कार्यक्रम से टेनिस टीम को सूचित नहीं किया था। पेस ने लिखा, इसके अलावा यह भी चर्चा है कि मैंने युगल के अपने जोड़ीदार रोहन बोपन्ना के साथ कमरे में रहने से इन्कार कर दिया है जो कि असत्य है और प्रतियोगिता के लिये हमारी तैयारियों को अस्थिर करने के इरादे से फैलायी गयी है। मैं योजना के अनुसार खेल गांव में ही रह रहा हूं। गुरूवार को खेल गांव में पहुंचने वाले पेस ने कहा, उम्मीद है कि यह स्पष्टीकरण पर्याप्त है और इससे सभी मनगढ़ंत कहानियां खत्म हो जाएगी तथा मुझे और भारतीय टेनिस दल को देश की तरफ से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर ध्यान केंद्रित करने देंगे। मैं इस मौके पर भारतीय दल के सभी साथियों को रियो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन के लिये शुभकामनाएं देता हूं। भारतीय दल के नेता राकेश गुप्ता ने स्पष्ट किया कि पेस हमेशा अकेले रहते हैं। उन्होंने कहा कि पेस न्यूयार्क में एक टूर्नामेंट में खेल रहे थे और इसलिए देर से पहुंचे। गुप्ता ने कहा, उन्हें (पेस) एक कमरा दिया गया है और इसको लेकर कोई विवाद नहीं है। उन जैसा दिग्गज खिलाड़ी एक अलग कमरा पाने का पूरा हक रखता है। रियो खेलों से पहले टेनिस में फिर से लंदन ओलंपिक खेलों जैसे घटनाक्रम की स्थिति बन गयी थी क्योंकि बोपन्ना ने पुरूष युगल में पेस के बजाय कम रैंकिंग वाले साकेत मयनेनी को अपना जोड़ीदार चुना था। इसके बाद अखिल भारतीय टेनिस संघ के हस्तक्षेप से मामला सुलझाया गया।
एजेंसी