प्रथम दृष्टि: निष्पक्ष का पक्ष “आर्यन प्रकरण को मीडिया का एक खेमा शाहरुख को प्रताड़ित करने की साजिश मान रहा है तो दूसरा खेमा एनसीबी... NOV 07 , 2021
नजरिया/ कांग्रेस का भविष्य: नेहरू की राजनीतिक विरासत के साथ नेहरू की वैचारिक विरासत को भी स्वीकार करने की जरूरत “नेहरू की राजनीतिक विरासत का लाभ लेने के साथ नेहरू की वैचारिक विरासत को भी स्वीकार करना चाहिए” इस... OCT 25 , 2021
प्रथम दृष्टि: कब कहें अलविदा “एक समय ऐसा भी आया जब अमिताभ के पास कोई काम नहीं था। यह उनके लिए सबक रहा होगा और इसलिए वे तब तक काम जारी... OCT 21 , 2021
जयंती स्पेशल- मिसाइल मैन ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने क्यों कहा था, 'सर, मेरे पास ना सूट है, ना जूते, सिर्फ चप्पल है' भारत के गौरव, महान प्रतिभाशाली वैज्ञानिक, पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम की जीवनगाथा श्रमसाध्य... OCT 15 , 2021
प्रथम दृष्टि । प्रतिस्पर्धा का रोमांच: विराट की परंपरा को आगे बढाएंगे रोहित “क्या इसे विराट युग के अंत की शुरुआत के रूप देखा जा सकता है? ऐसा कहना निस्संदेह जल्दबाजी होगी।... OCT 02 , 2021
प्रथम दृष्टि/ परीक्षा घोटाला: जब मेधा बेमानी लगे “हर वर्ष दस छात्र भी गैर-कानूनी तरीके से आइआइटी जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में दाखिला लेने... SEP 21 , 2021
नजरिया: गरीब छात्रों की हकमारी न करें, धोखाधड़ी के कारण पिछड़ जाते हैं मेहनती मगर निर्धन छात्र “बिना योग्यता के कॉलेज में दाखिला लेना आपको भी दुख देगा और हमेशा आपके ऊपर दबाव बना रहेगा” अभी... SEP 20 , 2021
श्रीकांत तिवारी का जादू: मनोज बाजपेयी पर अपर्णा पुरोहित का नजरिया “कमतर व्यक्ति मत बनो!” इस सलाह ने श्रीकांत तिवारी को दूसरों से अलग बना दिया। कुछ कहानियां विचार के... SEP 17 , 2021
मेरा दोस्त मेरा उस्ताद: मनोज बाजपेयी पर देवाशीष मखीजा का नजरिया “मनोज में वह खासियत है कि रिश्ते को एक्टर-डायरेक्टर के दायरे से आगे ले जाते हैं” अभिनेता मनोज के... SEP 17 , 2021
प्रथम दृष्टि / ओटीटी का गणतंत्र: अब यह जरूरी नहीं कि ओटीटी का सुपरस्टार बांद्रा से ही आए, वह बिहार के बेलवा से भी आ सकता है “अब यह जरूरी नहीं कि ओटीटी का सुपरस्टार बांद्रा से ही आए, वह बिहार के बेलवा से भी आ सकता है” साल भर... SEP 16 , 2021