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अनूप दत्ता

मध्य प्रदेश में आधे दर्जन मंत्रियों के बेटे सम्हालेंगे अपने पिता की विरासत!

मध्य प्रदेश में आधे दर्जन मंत्रियों के बेटे सम्हालेंगे अपने पिता की विरासत!

भाजपा भले ही अपने आप को कांग्रेस से अलग साबित करने की कोशिश कर रही हो, लेकिन मध्य प्रदेश में कुछ मायनों में वह कांग्रेस के पदचिह्नों पर चल पड़ी है।
मध्य प्रदेश में 15 लोगों पर लगा ‘राजद्रोह’ का आरोप वापस

मध्य प्रदेश में 15 लोगों पर लगा ‘राजद्रोह’ का आरोप वापस

चैंपियंस ट्रॉफी क्रिकेट के फाइनल में पाकिस्तान की जीत के बाद 15 लोगों पर कथित रूप से पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने और पटाखे फोड़ने का आरोप लगा था। जिसके बाद पुलिस ने राजद्रोह मामला दर्ज किया था। अब तीन दिन बाद मध्यप्रदेश पुलिस ने राजद्रोह का आरोप वापस ले लिया है।
मध्यप्रदेश में किसान खुदकुशी पर फिर गरमाई राजनीति, मृतक के घर पहुंचीं कांग्रेस नेता

मध्यप्रदेश में किसान खुदकुशी पर फिर गरमाई राजनीति, मृतक के घर पहुंचीं कांग्रेस नेता

मध्य प्रदेश के नीमच जिले के गांव पिपलिया व्यास में रविवार को 60 वर्षीय किसान प्यारेलाल ओड ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी। अब यह मामला राजनीतिक रंग लेने लगा है। आज कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता प्यारेलाल के परिजनों से मिलने पहुंचे। इधर जिला प्रशासन ने तत्काल न्यायिक जाँच के आदेश दे दिए।
अब सीएम शिवराज के विधानसभा क्षेत्र में किसान ने की आत्महत्या

अब सीएम शिवराज के विधानसभा क्षेत्र में किसान ने की आत्महत्या

मध्य प्रदेश में पिछले 48 घंटों में कर्ज में डूबे दो किसानों ने आत्महत्या कर ली है। इनमें से एक किसान बुधनी विधानसभा क्षेत्र से है। मध्य प्रदेश की बुधनी विधान सभा सीट का प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करते हैं।
मध्य प्रदेश में कैसे बेकाबू हुआ किसान आंदोलन, कहां हुई चूक

मध्य प्रदेश में कैसे बेकाबू हुआ किसान आंदोलन, कहां हुई चूक

एक जून को दो राज्यों में एक साथ किसान आंदोलन के लिए सड़कों पर उतर आए। दोनों ही राज्यों में किसान ने शहरों में जाने वाले दूध और सब्जी समेत अन्य उत्पाद भी रोक दिया या फिर फल सड़कों पर फेंक दिए और दूध सड़कों पर बहा दिया। मध्य प्रदेश के मलावा और निमाड़ में आंदोलन उग्र होता चला गया। पुलिस पर पत्थर फेंके और वाहन जला डालना जैसी घटनायें आम होती चली गयी।
कैसे नाकाम हुई किसान आंदोलन को दबाने की शिवराज की रणनीति?

कैसे नाकाम हुई किसान आंदोलन को दबाने की शिवराज की रणनीति?

मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र दोनों ही राज्यों में, भाजपा सरकारों ने विरोध करने वाले किसानों से निपटने के लिए समान रणनीतियां इस्तेमाल की। उनकी सोच थी की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संबद्ध संगठनों के साथ एक समझौता करके आंदोलन में फूट दाल दें।
मध्यप्रदेश: हिंसा के बाद किसानों का आरोप, कहा- मंदसौर में इमरजेंसी जैसे हालात

मध्यप्रदेश: हिंसा के बाद किसानों का आरोप, कहा- मंदसौर में इमरजेंसी जैसे हालात

मध्यप्रदेश के मंदसौर में किसानों की हड़ताल ने छठवें दिन हिंसक रूप ले लिया है। किसानों पर पुलिस की फायरिंग ने कई किसानों को मौत के घाट उतार दिया है। किसान संगठन का आरोप है कि मंदसौर में फिलहाल इमरजेंसी जैसे हालात हैं।
मध्यप्रदेश में अनिल दवे की रणनीति से मिली थी भाजपा को सत्ता

मध्यप्रदेश में अनिल दवे की रणनीति से मिली थी भाजपा को सत्ता

अनिल माधव दवे, एक शौकिया पायलट, लेखक, पर्यावरणविद, नदी संरक्षणवादी, एक सांसद, पर्यावरण मंत्री और विभिन्न भूमिकाओं के लिए पहचाने जाते रहे हैं। संघ से ताल्लुक रखने वाले अनिल दवे को एक प्रखर प्रवक्ता के तौर पर जाना जाता था। पर्यावरणविद अनिल माधव दवे का जन्म मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के बड़नगर गांव में 6 जुलाई 1956 को हुआ था।
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