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दलित फूड है ज्यादा सेहतमंद-चंद्रभान प्रसाद

दलित फूड है ज्यादा सेहतमंद-चंद्रभान प्रसाद

दलितों की शिक्षा, अंग्रेजी के बोलबाले की वकालत से लेकर दलितों के खाने तक के लिए अलग अंदाज में बैटिंग करने के लिए मशहूर चंद्रभान प्रसाद अब दलित खाने की मार्केटिंग के साथ सामने आए हैं। पेश है दलित फूड्स डॉट कॉम नाम से एक अलग कंपनी शुरू करने वाले दलित चिंतक और अब उद्यमी चंद्रभान प्रसाद से आउटलुक ब्यूरो प्रमुख से बातचीत (वीडियो गैलरी में देखें बातचीत)
मैं चिदंबरम व जेटली को जेल भिजवाऊंगा: जेठमलानी

मैं चिदंबरम व जेटली को जेल भिजवाऊंगा: जेठमलानी

पूर्व कानून मंत्री व भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष रहे राम जेठमलानी ने कानून के क्षेत्र में एक नया रिकार्ड बनाया है। वे इस समय देश के एकमात्र ऐसे वकील है जिन्हें वकालत करते हुए 75 साल हो गए हैं। चंद महीनों बाद वे 94 साल के हो जाएंगे। इतनी उम्र हो जाने के बाद भी उनके मन में एक ऐसी आग है जिसे वे छिपाना भी नहीं चाहते हैं। प्रस्तुत है इस जाने माने वकील और हाल में बिहार से राज्यसभा के लिए निर्वाचित सांसद से विवेक सक्सेना की बातचीतः
संसदीय कमेटी करे क़ैराना की जांच : केसी त्यागी

संसदीय कमेटी करे क़ैराना की जांच : केसी त्यागी

उत्तर प्रदेश की राजनीति को गरमा देने वाले क़स्बे क़ैराना में कुछ सांसदो के साथ दौरा कर लौटे जेडीयू के राज्यसभा सदस्य केसी त्यागी दावा करते हैं कि क़ैराना से पलायन के दावे सरासर बकवास हैं । बक़ौल उनके, विधानसभा चुनावों की आहट से भाजपा बेचैन है और इसीलिए हवाई मुद्दे गढ़ रही है । पेश है केसी त्यागी से रवि अरोड़ा की इसी मुद्दे पर हुई खास बातचीत के कुछ अंश -
सरकार उनकी है , जो चाहे कर लें : संगीत सोम

सरकार उनकी है , जो चाहे कर लें : संगीत सोम

कैराना में हिंदुओ के कथित पलायन के ख़िलाफ़ निर्भय यात्रा निकालने का प्रयास करने वाले भाजपा विधायक संगीत सोम का दावा है कि उन्होंने प्रशासन को पंद्रह दिन का अल्टीमेटम दिया है और इस बीच क्षेत्र में क़ानून व्यवस्था की यदि हालत नहीं सुधरी तो वह पुनः यात्रा निकालेंगे । पेश हैं इसी मुद्दे पर भाजपा के फ़ायर ब्रांड विधायक संगीत सोम से रवि अरोड़ा की ख़ास बातचीतः
'मोदी की सफलता मतलब भारत की सफलता’

'मोदी की सफलता मतलब भारत की सफलता’

सिंहस्थ की कामयाबी से गदगद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वहां ड्यूटी करने वाले सरकारी मुलाजिमों को इनाम और मैडल से नवाज रहे हैं। मोदी के पदचिन्हों पर चलते हुए शिवराज अगले छह महीनों में दो बड़े आयोजनों की तैयारी में जुट गए हैं। इंदौर में अक्टूबर में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट और दूसरा, नवंबर से नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक से नर्मदा बचाने के लिए पदयात्रा। अपनी उज्जैन यात्रा के दौरान आउटलुक के साथ बातचीत में शिवराज ने बेबाकी से जवाब दिए। पेश है राजेश सिरोठिया से उनकी बातचीत के संपादित अंश:
'अपराध के मामलों में किसी को नहीं बख्‍शेंगे’

'अपराध के मामलों में किसी को नहीं बख्‍शेंगे’

अपनी सरकार के कार्यकाल के चार साल से अधिक पूरा कर चुके उत्तर प्रदेश के अब तक के सबसे युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चुनौतियों के बीच भी आत्मविश्वास से लबरेज नजर आते हैं। आउटलुक से उन्होंने लंबी बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के अंश:
लकीर बड़ी करने में विश्वास : डॉ. रमन सिंह

लकीर बड़ी करने में विश्वास : डॉ. रमन सिंह

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को 12 साल से सत्ता में बने हुए हैं और अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी में दमखम से जुटे हुए हैं। राजनीतिक समीकरणों पर उनकी निगाह है। अरसे से उन्होंने विकास कार्यक्रमों को अपना कारगर हथियार बना रखा है। नक्सली हिंसा के मुकाबले के लिए भी वे जनता से सीधा संवाद और विकास योजनाओं के सूक्ष्म स्तर तक क्रियान्वयन को सटीक फार्मूला मानते हैं। पार्षद से मुख्यमंत्री तक का सफर तय करने वाले रमन सिंह को जनता की नब्ज सटीक तौर पर समझने-परखने वाला नेता माना जाता है। छत्तीसगढ़ में अभी हाल उन्होंने `लोक सुराज यात्रा' का अभियान शुरू किया है। छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के इलाकों के दौरे में डॉ. रमन सिंह के साथ आउटलुक के समाचार संपादक दीपक रस्तोगी ने लंबी बातचीत की। प्रस्तुत हैं प्रमुख अंश :
मोदी तानाशाह शासक हैं

मोदी तानाशाह शासक हैं

नरेंद्र गिरि, सचिव निरंजनी अखाड़ा, अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने आउटलुक के साथ सिंहस्थ और इसके बहाने राष्ट्रीय राजनीति पर बहुत सारी बातें कीं।
दलालों की घुसपैठ बहुत भीतर तक-- वी.के सिंह

दलालों की घुसपैठ बहुत भीतर तक-- वी.के सिंह

केंद्रीय मंत्री और पूर्व थल सेना अध्यक्ष जनरल वी.के सिंह लंबे समय से हथियारों में दलाली के खिलाफ बोलते रहे हैं। उन्होंने अपनी किताब करैज एंड कनविक्शन में भी सेना, रक्षा मंत्रालय में गड़बड़ियों की ओर इशारा किया है। जब वह थल सेना अध्यक्ष थे, तब उन्होंने यह खुलासा करके सनसनी मचा दी थी कि सेना के लिए बहुचर्चित टैटरा ट्रकों की खरीद में उन्हें भी रिश्वत की पेशकश की गई थी। उनका मानना है कि जब भी इस तरह के रक्षा सौदों में दलाली का मामला सामने आता है तो उसकी जिस तरह से गहन जांच-पड़ताल होनी चाहिए वह नहीं होती, और दोषियों को कड़ी सजा नहीं मिलती। इसकी वजह से यह सिलसिला जारी रहता है। अगुस्ता दलाली के मुद्दे पर आउटलुक की ब्यूरो प्रमुख भाषा सिंह ने वीके. सिंह से बातचीत की, पेश हैं अंश-