दिल चाहता है फिल्म के निर्देशक और संगीतमय रॉक ऑन और मिल्खा सिंह पर बनी फिल्म के जरिये फरहान अख्तर फिल्म की दुनिया का जाना पहचाना चेहरा बन चुके हैं। अब से हटकर उनकी इच्छा एक काल्पनिक टीवी शो बनाने की है।
दिल्ली से सटे दादरी (उत्तर प्रदेश) में गोमांस खाने के संदेह में अखलाक अहमद नामक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डाला गया। जबकि उनका बेटा अस्पताल में भर्ती है। यह घटना दादरी के बिसराड़ा गांव की है, जहां अफवाह फैली कि गांव में अखलाक का परिवार गोमांस खाता है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष शहरयार खान ने कहा है कि पीसीबी अब दिसंबर में यूएई में प्रस्तावित शृंखला खेलने के लिये भारत से नहीं कहेगा। शहरयार ने कराची में पत्रकारों से कहा, ‘मुझे लगता है कि हम इस शृंखला के बारे में बहुत कुछ कह चुके हैं और अब हम उसने और नहीं कहेंगे। गेंद अब उनके पाले में है और उन्हें तय करके हमें इस शृंखला के भविष्य के बारे में बताना होगा।
न्यूजीलैंड दौरे के लिए भारतीय हॉकी टीम का एलान कर दिया गया है। अनुभवी मिडफील्डर दानिश मुज्तबा को इसमें जगह नहीं मिली है जबकि धर्मवीर सिंह, मनप्रीत सिंह और निक्किन थिमैया की भी इस टेस्ट दौरे के लिए वापसी हुई है।
क्रिकेट कूटनीति में दाल नहीं गलती देख अब पाकिस्तान ने भारतीय हॉकी लीग में भागीदारी का प्रस्ताव हॉकी इंडिया के समक्ष रखा है। पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन (पीएचएफ) ने हॉकी इंडिया से गतिरोध खत्म करने के लिए बातचीत का प्रस्ताव रखा है। पिछले साल चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के दुर्व्यवहार के कारण बेशुमार दौलत वाले इंडियन लीग में उनके खिलाड़ियों की हिस्सेदारी प्रतिबंधित कर दी गई थी।
भारत एक गरीब देश है जैसे निबंध रटने वाले बच्चों को अब यह बताना होगा कि भारत गरीब नहीं रह गया है। कारण? बॉलीवुड पर नजर डाल लें तो पता चलेगा कि भारत में इतना अनाप-शनाप पैसा हो गया है कि ‘ऑल इज वेल’ जैसी फिल्म बनाई जा सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के शहजादे शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नयान से वार्ता की, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई, सुरक्षा और व्यापार तथा दोनों पक्षों द्वारा सामरिक रिश्तों को और उच्च स्तर पर ले जाने के संबंध में विचार-विमर्श हुआ।
सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए चार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके प्रसिद्ध गीतकार, पटकथाकार और कवि जावेद अख्तर ने एक समय किसी छोटे शहर भाग जाने और वहां किसी छद्म नाम के साथ रहने के बारे में सोचा था क्योंकि उन्हें लगा था कि वह अब और लेखन नहीं कर सकते।