क्या इंदु सरकार फिल्म रीलिज होने का यह सबसे मुफीद वक्त है। फिल्म और राजनीति का रिश्ता पुराना है। राजनैतिक घटनाओं पर फिल्में बनती रही हैं और फिल्मी संवादों को बहुत बार संसद में दोहराया गया है। फिल्म का ट्रेलर देख कर लग रहा है कि कांग्रेस की सबसे सशक्त प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कई ऐतिहासिक फैसलों और कामों को छोड़कर सिर्फ आपातकाल के मुद्दे को दिखाना कहीं फिल्मों के जरिए राजनैतिक फायदा उठाना तो नहीं है। अब तक इस ट्रेलर को देख कर चुप्पी भी बहुत सी कहानियों को जन्म दे रही है।
अनुपम खेर ज्यादा बोलते हैं इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है कि वह लगभग चुप रहने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भूमिका नहीं निभा सकते। अनुपम अच्छे कलाकार हैं और उनका फिल्म से लेकर मौजूदा सरकार तक बराबर दखल है। शायद यही वजह है कि ऐन आम चुनाव से पहले एक घोर राजनैतिक फिल्म में पूर्व प्रधानंमत्री की भूमिका निभाएंगे।