देश में असहिष्णुता के माहौल को लेकर पुरस्कार वापसी का सिलसिला जारी है। अब जाने-माने फिल्म फिल्मकार कुंदन शाह, निर्देशक सईद मिर्जा और प्रसिद्ध लेखिका अरुंधति रॉय समेत 24 फिल्मकारों ने अपने राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाने का ऐलान किया है। इससे पहले दिबाकर बनर्जी और आनंद पटवर्धन समेत 11 लोगों ने अभिव्यक्ति की आजादी और असहिष्णुता के मुद्दे पर अपने पुरस्कार लौटा दिए थे।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने फिल्म अभिनेता शाहरुख को देशद्रोही बताने वाले अपने विवादित ट्वीट से पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने कहा है कि उनका मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था।
देश में बढ़ती असहिष्णुता के खिलाफ पुरस्कार लौटाने के तरीके पर असहमति जताते हुए मशहूर अभिनेता कमल हासन ने कहा कि पुरस्कार वापस करना इस समस्या का कोई समाधान नहीं है क्योंकि ध्यान आकर्षित करने के और भी तरीके हैं।
फिल्मी कॅरिअर में सलमान ने भले ही ऊंचाइयां हासिल की हों, उनके प्रशंसकों की तादाद लाखों में हो फिर भी उन्हें हरदम चिंता रहती है कि उनके खिलाफ चल रहे अदालती मामलों में फैसला क्या होगा।
पद्मश्री से सम्मानित हिंदी -मैथिली की चर्चित लेखिका। भामति एक अविस्मरणीय प्रेम कथा के लिए मैथिली का साहित्य अकादमी पुरस्कार। सृजनहार उपन्यास के लिए कुसुमांजलि फाउंडेशन पुरस्कार।
साहित्यकारों के बाद अब फिल्मकारों ने भी पुरस्कार लौटाने शुरू कर दिए हैं। देश में बढ़ती असहिष्णुता और एफटीआईआई के मुद्दे पर दिबाकर बनर्जी और आनंद पटवर्धन समेत 10 फिल्मकारों ने अपना राष्ट्रीय पुरस्कार लौटा दिया है।
बॉलीवुड स्टार और कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक शाहरुख खान को एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फेमा से जुड़े मामले में समन भेजा है। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक, शाहरुख को ईडी दफ्तर में खुद हाजिर होकर अपना पक्ष रखने को कहा गया है। अब देखना है कि शाहरुख खान ईडी के सामने पेश होते हैं या नहीं।