विधानसभा चुनावों में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई प्रसिद्ध हस्तियों एवं विदेशी नेताओं ने बधाई दी जिनमें अबु धाबी के शहजादे और गायिका लता मंगेशकर शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत ने राज्य विधानसभा में मुस्लिम प्रतिनिधित्व को भारी चोट पहुंचाई है। पिछली विधानसभा में जहां इस समुदाय से आने वाले विधायकों की संख्या 68 थी वहीं नई विधानसभा में यह संख्या घटकर सिर्फ 23 रह गई है। यानी करीब दो तिहाई मुस्लिम प्रतिनिधित्व नई विधानसभा में कम हो गया है।
बेंगलुरु स्थित प्रतिष्ठित भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) विश्वविद्यालयों की वैश्विक रैंकिंग में शीर्ष दस संस्थानों में जगह बनाने वाला देश का पहला शिक्षण संस्थान बन गया।
भाजपा नेता शाजिया इल्मी ने आज जामिया विश्वविद्यालय पर आरोप लगाया कि उसने तीन तलाक के विषय पर आायोजित समारोह में वक्ताओं की सूची से मेरा नाम हटाने के लिए आयोजकों पर दबाव डाला। विश्वविद्यालय ने हालांकि इन आरोपों से इनकार किया है।
छात्र राजनीति में आंदोलन, हड़ताल, हिंसा की घटनाएं पहले भी होती रही हैं। लेकिन दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में हुए टकराव में भयावह शब्दों के साथ घृणित हिंसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
जाने माने नोबेल पुरस्कृत अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन को लगता है कि भारत में भय का माहौल व्याप्त है। देश के विश्वविद्यालयों पर खतरा मंडराने लगा है। बोलने की आजादी पर बंदिश लगाने की कोशिशें हो रही हैं। उन्होंने नोटबंदी के केंद्र सरकार के कदम को अजीबोगरीब करार दिया है। उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय का चांसलर हिंदुत्व के एक पैरोकार को बनाए जाने को लेकर भी मोदी सरकार की खिंचाई की है।
कुछ दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यूपी के चुनावों में भाजपा द्वारा एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिए जाने पर अफसोस जताया था और अब दो और केंद्रीय मंत्रियों ने पार्टी के इस फैसले को गलत करार दिया है।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में मुसलमानों से लगातार वोट की अपील कर रही बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को कहा कि राज्य में सपा के लगभग पांच साल और केन्द्र में भाजपा के पौने तीन वर्ष के कार्यकाल के दौरान दोनों की गलत नीतियों से प्रदेश की 22 करोड़ जनता नाराज है।
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय परिसर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (आइसा) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद पूरे परिसर में तनाव है। हाल ही में दिल्ली के रामजस कॉलेज में भी एबीवीपी और आइसा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी जिसकी वजह से दिल्ली विश्वविद्यालय में भी तनाव है।