चीन के सरकारी मीडिया ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली बड़ी जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता की पुष्टि करती है, लेकिन पार्टी पर उनकी पकड़ बढ़ने से पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं में असहमति का पूरा अभाव हो सकता है।
काला धन रोकने के सरकार के फैसले पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने असहमति जताई है। उन्होने कहा कि इस फैसले को सरकार को एक सप्ताह के लिए टाल देना चाहिए। साथ ही उन्होने कहा कि विधानसभा चुनाव में सपा किसी से गठबंधन नहीं करेगी।
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर आज तगड़ा हमला बोलते हुए कहा कि लोकतंत्र घने अंधकार के दौर से गुजर रहा है क्योंकि सरकार सत्ता के नशे में चूर है और उन सभी का मुंह बंद करना चाहती है जो असहमति रखते हैं।
आप इस शीर्षक से असहमत हो सकते हैं। इसे शिरोधार्य करना हमारा भी कर्तव्य है। सामान्यतः मीडिया असहमतियों को विद्रोह, धमाके, टूट, बिखराव, टकराव की तरह पेश करता है। इसकी वजह यही है कि धीरे-धीरे समाज में असहमतियों को विरोध की तरह अनुचित माना जाने लगा है। महात्मा गांधी या अब्राहम लिंकन, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी (आपातकाल के अपवाद को छोड़कर), अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेताओं ने यदि असहमतियों, अपनों की कड़वी खरी-खोटी नहीं सुनी होती तो, राजनीतिक दलों या लोकतांत्रिक सरकारों में संभवतः कई महत्वपूर्ण फैसले ही नहीं हो पाते।