मंगलवार को देर रात तक चली उठापटक में आखिरकार कांग्रेस नेता अहमद पटेल की जीत हुई। वह इस जीत से दूर हो चुके थे अगर चुनाव आयोग ने कांग्रेस द्वारा दो वोटों को खारिज करने की मांग स्वीकार ना कर ली होती।
अहमद पटेल लगातार पांचवी बार राज्यसभा में पहुंचे हैं। भाजपा के तीन में से मात्र दो ही उम्मीदवार जीत सके। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की जीत हुई।
गुजरात में राज्यसभा चुनाव के दौरान सबकी निगाहें कांग्रेस पर टिकी हुई है। इस बीच कांग्रेस के उम्मीदवार अहमद पटेल ने बताया कि उनके पास पर्याप्त संख्या बल है।
ईरानी में राष्ट्रपति हसन रूहानी के नये कार्यकाल के शुरू होते ही उनकी आलोचनाओं का दौर भी शुरू हो गया है। उनके ऊपर रूढ़िवादियों को परेशान करने के आरोप लग रहे हैं। 68 वर्षीय धार्मिक नेता रूहानी को उदारवादी माना जाता है।
गुजरात में कांग्रेस के तीन विधायकों ने कांग्रेस के कद्दावर नेता अहमद पटेल की राज्यसभा सीट को खतरे में डाल दिया है। दरअसल कांग्रेस के तीन विधायक भाजपा में सामिल हो गए हैं जिससे सियासी गणित में उलटफेर हो गया है।
गजल की आवाज’ कहे जाने वाले मेंहदी हसन क स्वर यों तो पांच साल पहले ही थम गई थी, लेकिन वह आज भी उनके चहेतों के दिलों में गूंजती है। अब उनकी गौरवमयी यादगार को आकार देने के लिए पाकिस्तान में एक विशाल मकबरा तामीर करने में उनका बेटे ने भारत से मदद की गुहार लगाई है।