भाजपा नेता और पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी को आज पुडुचेरी का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया। अभी इस पद का अतिरिक्त प्रभार अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के उपराज्यपाल देख रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत आज 62 सीटों पर मतदान जारी है। शुरूआती दो घंटे में 20 प्रतिशत से अधिक मतदातन हो चुका है। इस बीच राज्य के कुछ इलाकों से चुनावी हिंसा की कुछ खबरें भी आ रही हैं।
एक बार फिर टकराव की आशंकाओं को बल देते हुए दिल्ली की आप सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जे के शर्मा को तिहाड़ जेल का महानिदेशक नियुक्त किया है। लेकिन राज्य सरकार के इस आदेश को अमान्य घोषित करते हुए उपराज्यपाल नजीब जंग ने कहा है कि इसके लिए केजरीवाल सरकार ने उनकी पूर्व अनुमति नहीं ली।
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पी पी पांडे ने आज गुजरात के प्रभारी पुलिस महानिदेशक का पदभार संभाल लिया। इससे पहले निवर्तमान डीजीपी पी सी ठाकुर का अप्रत्याशित तरीके से दिल्ली तबादला कर दिया गया था।
इशरत जहां मुठभेड़ मामले में जमानत मिलने के बाद नौ साल बाद पूर्व डीआईजी डीजी वंजारा गुजरात लौटे हैं। इशरत जहां के अलावा उनपर और भी कई फर्जी एनकाउंटर्स के आरोप थे।
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आलोक कुमार वर्मा ने आज दिल्ली पुलिस के नए आयुक्त के रूप में प्रभार संभाल लिया है। वर्मा ने इस पद को एक ऐसे समय पर संभाला है, जब जेएनयू प्रकरण से निपटने को लेकर दिल्ली पुलिस आलोचनाओं का सामना कर रही है।
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ कहासुनी के बाद फतेहाबाद जिले की पुलिस अधीक्षक संगीता कालिया का आज तबादला कर दिया गया। तबादले को लेकर विज के खिलाफ जहां विपक्ष ने मोर्चा खोल दिया है वहीं सोशल मीडिया पर लोग तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव का स्टिंग करने वाले यूपी के निलंबित आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर के लखनऊ स्थित घर पर विजलेंस टीम ने छापा मारा है। अमिताभ ठाकुर ने इसे बदले की कार्रवाई करार देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री के इशारे पर उन्हें फंसाया जा रहा है। गौरतलब है कि तीन दिन पहले ही अमिताभ ठाकुर ने विजिलेंस विभाग के निदेशक के खिलाफ गलत दस्तावेजों के जरिये फंसाने की एफआईआर दर्ज कराई थी।
वर्ष 2002 में गोधरा कांड के बाद भड़के दंगों को लेकर नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली गुजरात सरकार पर सवाल उठाने वाले आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। केंद्र सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए संजीव भट्ट ने कहा कि वह 24 साल की उम्र में एक जुनून के साथ आईपीएस में आए थे और यह आग आज भी उनके अंदर जल रही है। उनका कहना है कि सरकार ने ड्यूटी से गैर-हाजिर रहने के मनगढ़ंत आरोपों पर एकतरफा जांच कर उन्हें सेवा से हटाने का फैसला किया है। सरकार के इस फैसले के खिलाफ संजीव भट्ट ने एक कविता के जरिये अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इस अंग्रेजी कविता का अनुवाद इस प्रकार है:
सरहद पार से आती है सदा कि सलामत रहे वतन। किसी भी तरह की आतंकवादी वारदात की तपिश कैसे लंदन में सक्रिय संगठनों तक पहुंच रही है, इसका अंदाजा लंदन में सक्रिय बिटिश ऑर्गनाइजेशन फॉर पीपुल ऑफ एशियन ओरिजिन (बोपा) के देवेंद्र प्रसाद से बातचीत में होता है