कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर भाजपा और आरएसएस को आड़े हाथ लिया है। वरिष्ठ कांंग्रेसी नेता ने कहा कि देश की सीमा पर एक तरफ हमारे सैनिक शहीद हो रहे हैं और आरएसएस पाकिस्तानी उच्चायुक्त को बुलाकर उन्हें इफ्तार की दावत दे रहा है।
भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए शिवसेना ने आरोप लगाया कि उसके वरिष्ठ सहयोगी दल की राजनीति झूठ और अफवाहें फैलाने की है। साथ ही शिवसेना ने आरोप लगाया कि भाजपा दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक सच बोलने वालों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।
भारतीय रिजर्व बैंक के प्रमुख रघुराम राजन पर भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुब्रह्मण्यम स्वामी के हमले अभी थमे भी नहीं हैं कि अब आरएसएस के आर्थिक विचारक माने जाने वाले एस. गुरुमूर्ति ने भी इस मुद्दे पर दखल दे दिया है। यही नहीं एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बाकायदा एक नाम भी इस पद के लिए सुझा दिया है।
आरएसएस से जुड़े श्रमिक संगठन भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है। गुरुवार और शुक्रवार को नागपुर में भारतीय मजदूर संघ के केंद्रीय पदाधिकारियों की बैठक में केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों पर गहरा असंतोष व्यक्त किया गया।
मुस्लिम विरोधी तमगा हटाने और मुस्लिमों के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते बनाने की कोशिश के तहत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध मुस्लिम राष्ट्रीय मंच 2 जुलाई को इफ्तार पार्टी आयोजित करने जा रहा है। इस पार्टी के लिए पाकिस्तान समेत कई देशों के राजदूतों को निमंत्रण दिया गया है।
कैरान से उठा हिंदुओं के पलायन का मसला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस विवाद को समय समय पर हवा मिलती जा रही है। राजनीतिक नेताओं के बाद अब आएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि आज के समय में विस्थापन की खबरें ‘‘दुखदायी और परेशान करने वाली’’ हैं। भागवन ने कहा कि हिंदुओं के पलायन को रोकने की जिम्मेदारी वहां के शासन की है।
साल 2009 में यूपीए के दोबारा सत्ता में आने और भाजपा खेमे में निराशा छाए होने के बाद बाबा रामदेव ने भाजपा में जान फूंकने के लिए एक योजना आरएसएस के सामने रखी थी। पत्रकार भवदीप कांग की नई किताब में यह दावा किया गया है। किताब के अनुसार, इस योजना के तहत रामदेव ने 2010 में अपनी संस्था भारत स्वाभिमान आंदोलन का भाजपा में विलय करने और राजनीतिक और सामाजिक बदलाव के लिए संयुक्त अभियान चलाने का प्रस्ताव दिया था।
अपने बयानों के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाले भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। आदित्यनाथ ने इस बार मदर टेरेसा को लेकर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा है कि टेरेसा जैसे लोगों ने भारत के ईसाईकरण की कोशिश की।