दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए रविवार को हुए मतदात में कई जगह ईवीएम में गड़बड़ियां सामने आई हैं। इससे आम आदमी पार्टी को ईवीएम पर सवाल उठाने का एक मौका और मिल गया है।
दिल्ली हाईकोर्ट ने वीवीपीएटी के मामले पर आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका दिया है। न्यायालय ने दिल्ली नगर निगम चुनावों में वीवीपीएटी मशीन के इस्तेमाल से जुड़ी आम आदमी पार्टी की याचिका खारिज कर दी है।
ईवीएम के साथ वीवीपीएटी मशीनों के इस्तेमाल को लेकर राजनीति तेज है। इस बीच खबर आ रही है कि केंद्र सरकार ने आज वीवीपीएटी मशीनों की खरीद के लिए 3,174 करोड़ रुपए के फंड को मंजूरी दे दी है।
ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी के भीतर ही मतभेद बढ़ते जा रहे हैैं। ईवीएम में छेड़छाड़ के आरोप को नकारने वाले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर उनकी ही पार्टी के नेता मनीष तिवारी ने सवाल उठाया है। तिवारी का कहना है कि साल 2010 और 2001 में जब अमरिंदर सिंह पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष थे, तब उन्होंने बताया था कि ईवीएम से कैसे छेड़छाड़ की जा सकती है।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के साथ कथित छेड़छाड़ पर गहराते विवाद के बीच चुनाव आयोग के पूर्व प्रमुख एसवाई कुरैशी ने कहा है कि आयोग को लोगों को यह आश्वस्त करने के लिए और भी मुखर एवं सक्रिय होना चाहिए कि इन मशीनों में छेड़छाड़ नहीं की जा सकती।
यूपी में आगामी निकाय चुनाव बैलट पेपर किए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके तहत यूपी चुनाव आयोग ने गुरुवार को बैलट पेपर के लिए टेंडर भी जारी कर दिया है। चुनाव में वोटिंग के लिए ईवीएम के इस्तेमाल को लेकर कुछ राजनीतिक दलों द्वारा उठाए जा रहे सवालों के बाद यूपी निर्वाचन आयोग का यह कदम अहम माना जा रहा है।
कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली ने ईवीएम को लेकर देशभर में छिड़ी बहस का विरोध किया है। उन्होंने ईवीएम का समर्थन करते हुए, इसको लेकर हो रहे विरोध को बेकार बताया है। उन्होंने कहा कि हम इवीएम में हुई गड़बड़ी के आरोपों की जांच के लिए कमेटी बना सकते हैं, लेकिन दोबारा पुरानी प्रक्रिया से चुनाव कराने का सवाल नहीं उठता।