विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) को भरोसा है कि अगर सबकुछ सही रहा तो इबोला का 100 प्रतिशत प्रभावी टीका त्वरित अनुमोदन प्रक्रिया के तहत वर्ष 2018 में उपलब्ध हो सकता है।
नकदी की कमी के बीच सरकार वेतन भुगतान कानून में संशोधन के लिये अध्यादेश ला सकती है। इसमें कंपनियों तथा औद्योगिक प्रतिष्ठान को कर्मचारियों को वेतन चेक या इलेक्ट्रानिक माध्यमों से देने का प्रावधान होगा।
वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) के एक अप्रैल 2017 से लागू होने में संदेह के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जीएसटी लेनदेन से जुड़ा कर है और इसे वर्ष के दौरान किसी भी समय लागू किया जा सकता है।
भारत के पूर्व स्पिनर मुरली कार्तिक ने कहा कि रविचंद्रन अश्विन बेहतरीन फार्म से गुजर रहे हैं लेकिन समय ही बताएगा कि वह विदेशी सरजमीं पर भी इस सफलता को दोहराने में सक्षम हैं या नहीं।
विराट कोहली पर विवादास्पद बयान देने के लिये जेम्स एंडरसन को आड़े हाथों लेते हुए पूर्व आलराउंडर कपिल देव ने भारतीय टेस्ट कप्तान का जोरदार समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने उस जैसा क्रिकेटर नहीं देखा है और यह स्टार बल्लेबाज किसी भी परिस्थिति में रन बना सकता है। एंडरसन ने यह कहकर विवाद को जन्म दे दिया था कि कोहली ने अधिकतर रन भारतीय परिस्थितियों में बनाये हैं और उनके अनुसार इससे उनकी कमजोरियां खुलकर सामने नहीं आ रही हैं।
नोटबंदी के बाद नकदी की तंगी को देखते हुये सरकार डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने को लिये डेबिट और क्रेडिट कार्ड से 2,000 रुपये तक के लेनदेन को सेवाकर से मुक्त कर सकती है।
नोटबंदी के एक महीने बीतने के बाद भी कोलकाता के प्रकाशन उद्योग केन्द्र कॉलेज स्ट्रीट के प्रकाशकों का कहना है कि हाल के वर्षों में इस अवधि में होने वाली किताबों की बिक्री इस साल घटकर उसके दसवें हिस्से पर पहुंच गई है।
भारत को अपनी सरजमीं पर जूनियर हाकी विश्व कप का प्रबल दावेदार बताते हुए कोच हरेंद्र सिंह ने कहा है कि दबाव के आगे घुटने नहीं टेकने और एक ईकाई के रूप में खेलने की कला मेजबान को पोडियम तक ले जायेगी।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल नोटबंदी की वजह से प्रभावित बैंकों को राहत के लिए बुधवार को मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों में 0.25 प्रतिशत की और कटौती कर सकते हैं। ज्यादातर बैंकरों ने यह राय व्यक्त की है।
भोजन में संतृप्त वसा (Saturated fat) को शामिल करना आपके लिए लाभदायक साबित हो सकता है। नये अध्ययन में किये गये इस दावे ने लंबे समय से चली आ रही इस धारणा को चुनौती दी है कि खाने में वसा का इस्तेमाल अधिकतर लोगों के स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा नहीं होता है।