राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सुप्रीमो शरद पवार ने इन अफवाहों का खंडन किया है कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ हाथ मिलाएगी। उनका कहना है कि राकांपा कभी भगवा पार्टी का समर्थन नहीं करेगी, सांप्रदायिक ताकतों से हाथ नहीं मिलाएगी और धर्मनिरपेक्षता पर समझौता नहीं करेगी।
देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण के लिए इस साल चुने गए सात लोगों में शामिल एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपना पुरस्कार किसानों को समर्पित करते हुए कहा कि उनके 50 साल से ज्यादा लंबे राजनीतिक करियर के दौरान कृषि क्षेत्र में किए गए कामों को देश ने मान्यता दी है।
इस साल के पद्म पुरस्कारों की घोषणा हो गई। पद्म विभूषण पुरस्कार के लिए चुने गए सात व्यक्तिों में राजनीतिज्ञ शरद पवार, मुरली मनोहर जोशी के अलावा मरणोपरांत पूर्व लोकसभाध्यक्ष पी.ए. संगमा और सुंदर लाल पटवार का भी नाम शामिल हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता शरद पवार और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी को इस साल देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाजा जाएगा। पवार की पार्टी एनसीपी को कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करप्ट पार्टी कहा था।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेडरल कम्यूनिकेशन्स कमीशन के आयुक्त अजीत पई से मुलाकात कर उनके संचार नियामक एजेंसी के प्रमुख बनने की अटकलों को और हवा दे दी है।
नोटबंदी पर विपक्षी दलों की एकता को कायम रखने की कांग्रेस की कोशिशों को झटका लगा है। विपक्षी दलों की 27 दिसंबर को बैठक के बाद अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए भेजे गए निमंत्रण पर वामदलों व नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड ने असमर्थता जताई। शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भी इसमें भाग लेने से इनकार किया है।
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जीवन से सबक लेना चाहिए। चरण्ा सिंह ने न केवल किसान और गरीब की बात की बल्कि पूरा जीवन भी सादगी भरा रहा। अंसारी ने चरण सिंह के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘ चरण सिंह और कांग्रेस राजनीति जीवन’ के विमोचन के अवसर पर यह बात कही।
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला है। पवार ने नोटबंदी की बहस में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को घसीटने को लेकर मोदी को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा, मोदी खुद को इंदिरा गांधी से बड़ा नेता पेश करने की कोशिश कर रहे हैं।
नरेंद्र मोदी ने जब देश के प्रधानमंत्री पद की कमान संभाली थी तब कहा गया था कि उनकी टीम में गुजरात के अधिकारियों की भरमार है। गुजरात के अधिकारी प्रधानमंत्री कार्यालय में आज भी बहुत हैं मगर अब शीर्ष पदों पर अब उत्तराखंड के अधिकारियों का दबदबा बढ़ गया है।