अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन ने 2016 का 'टाइम्स पर्सन ऑफ द इयर' चुना है। इस खिताब के लिए उनका मुकाबला पीएम नरेंद्र मोदी सहित कई राष्ट्रध्यक्षों और राजनेताओं और कलाकारों के साथ था। पाठकों ने 'टाइम्स पर्सन ऑफ द इयर' के लिए हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी को चुना था। पीएम मोदी पाठकों की नजर में 18 फीसदी वोट के साथ पहले नंबर पर थे। वहीं ट्रंप और विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को 7 फीसदी वोट मिले थे।
अमेरिका में हिलेरी क्लिंटन को मात देकर राष्ट्रपति निर्वाचित होने वाले डोनाल्ड ट्रंप को टाइम पत्रिका ने पर्सन ऑफ द ईयर-2016 चुना और उनको डिवाइडेट स्टेट्स ऑफ अमेरिका (विभाजित राज्य अमेरिका) का राष्ट्रपति करार दिया।
भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नोटबंदी के चलते भले ही कितनी भी आलोचना झेल रहे हों लेकिन अंतरराष्ट्रीय पत्रिका ‘टाइम’ के पर्सन ऑफ द इयर खिताब के लिए मोदी ने ऑनलाइन रीडर्स पोल जीत लिया है।
अंग्रेजी के मशहूर भारतीय लेखक अमिताव घोष को मुंबई साहित्य उत्सव के टाटा लिटरेचर लाइव में लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 11 जुलाई,1956 को कोलकाता में जन्में और उम्र छह दशक पूरा करने वाले अमिताव घोष को न केवल इससे पूर्व विदेश में प्रिक्स मेडीसिस इंट्रांजर, आर्थर सी. क्लार्क अवार्ड से नवाजे गए, बल्कि उन्हें देश का प्रतिष्ठित पद्म श्री सम्मान भी प्राप्त हुआ है।
भाजपा के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रवासी निवेशकों से जुटाए गए विदेशी मुद्रा कर्ज की 24 अरब डालर की आसन्न अदायगी को टाइम बम बताया है। उन्होंने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन द्वारा जुटाये इस कर्ज का भुगतान वित्त मंत्रालय को करना है।
विदेशों में शिक्षा और स्वास्थ्य को जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू माना जाता है। लेकिन इससे उलट हमारे देश में इन दोनों क्षेत्रों पर घोर लापरवाही की जाती है। इसका एक सटीक उदाहरण विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट में आपको मिल सकता है।
विश्व के जानेमाने भौतिकशास्त्रियों में से एक स्टीफन हॉकिंग पूरे ज्ञात ब्रह्मांड का मानचित्र तैयार करने की योजना की घोषणा करने वाले हैं। हॉकिंग यह मानचित्र उस सुपरकम्प्युटर का इस्तेमाल करके तैयार करेंगे जिसे उन्होंने कैंब्रिज विश्वविद्यालय में स्थापित किया था।
भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन पर फिर से हमला बोलते हुए कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पूर्व अर्थशास्त्री ने भारतीय वित्तीय प्रणाली में एक टाइम बम लगा दिया है, जो दिसंबर में फटेगा।