Advertisement

Search Result : "ओलंपिक खेल"

जाधव और पांडे की मदद से भारत ले किया क्लीन स्वीप

जाधव और पांडे की मदद से भारत ले किया क्लीन स्वीप

केदार जाधव के पहले अंतरराष्ट्रीय शतक की मदद से भारत ने तीसरे और आखिरी एक दिवसीय क्रिकेट मैच में आज जिम्बाब्वे को 83 रन से हराकर श्रृंखला 3 . 0 से जीत ली। जाधव ने कॅरियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए नाबाद 105 रन बनाए जिसकी मदद से भारत ने शीर्षक्रम के पतन से उबरते हुए पांच विकेट पर 276 रन बनाए।
इंडियन क्रिकेट नहीं इंडियन सट्टा लीग!

इंडियन क्रिकेट नहीं इंडियन सट्टा लीग!

दिल्ली में क्रिकेट को साफ-सुथरा करने में जुटे एक पूर्व क्रिकेटर से जब आईपीएल की दो टीमों पर लगे प्रतिबंध और उनमें से एक टीम के मालिक और दूसरे के छद्म मालिक पर आजीवन क्रिकेटीय गतिविधियों में शामिल होने पर रोक के बारे में प्रतिक्रिया मांगी तो उनका तल्ख जवाब था, इससे क्या होगा, यहां तो पूरे कुएं में ही भांग घुली है।
आईपीएल फैसलाः बीसीसीआई स्तब्‍ध, कुछ की छलकी खुशी

आईपीएल फैसलाः बीसीसीआई स्तब्‍ध, कुछ की छलकी खुशी

आईपीएल की दो बड़ी टीमों को दो साल के लिए खेल से बाहर करने और राज कुंद्रा और गुरुनाथ मयप्पन पर आजीवन प्रतिबंधन लगाने के फैसले के बाद बीसीसीआई में सन्नाटा छाया हुआ है। हालांकि एक बयान जारी कर बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने कहा कि बोर्ड न्यायिक फैसलों का सम्मान करता आया है लेकिन प्रतिक्रिया व्यक्त करने से पहले पैनल की रिपोर्ट पर गौर करेगा। डालमिया ने कहा, पूरी रिपोर्ट पढने तथा सामूहिक फैसला लेने के बाद बोर्ड प्रतिक्रिया व्यक्त करेगा।
टॉप स्कीम में शामिल होंगी ज्वाला-अश्विनी

टॉप स्कीम में शामिल होंगी ज्वाला-अश्विनी

खेल मंत्रालय बैडमिंटन की युगल जोड़ी ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा को लक्ष्य ओलंपिक पोडियम (टॉप) कार्यक्रम में शामिल करने के लिये तैयार है। हालांकि मंत्रालय ने राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद के प्रति अपना पूरा समर्थन जताया जिन पर इस महिला युगल जोड़ी ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया था। मंत्रालय के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि ज्वाला और अश्विनी को टॉप खिलाडि़यों की अगली सूची में शामिल कर लिया जाएगा।
विंबलडन के फाइनल में पहुंचीं सानिया और हिंगिस

विंबलडन के फाइनल में पहुंचीं सानिया और हिंगिस

स्टार भारतीय टेनिस खिलाड़ी ने विंबलडन के महिला युगल मुकाबले के फाइनल में जगह बनाई। अगर खिताब जीता तो ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी होंगी।
रोमांचक मुकाबले में भारत ने जिम्बाब्वे को 4 रनों से हराया

रोमांचक मुकाबले में भारत ने जिम्बाब्वे को 4 रनों से हराया

आखिरी ओवरों में धड़कनें रोक देने वाले मैच में भारत ने जिम्बाब्वे को 4 रन से हरा दिया। भारतीय टीम जीत भले ही गई मगर खेल के हीरो दरअसल जिम्बाब्वे के कप्तान ई चिंगुंबरा (104 रन) रहे जिन्होंने आखिरी ओवरों में मैच करीब करीब अपनी टीम के लिए जीत ही लिया था। आखिरी ओवर में जिम्बाब्वे को जीत के लिए 10 रनों की जरूरत थी मगर टीम सिर्फ 5 रन ही बना पाई।
हम तो लौटना चाहते थे पर तुम्हारी मिनिस्ट्री और आडवाणी ने खेल कर दियाःछोटा शकील

हम तो लौटना चाहते थे पर तुम्हारी मिनिस्ट्री और आडवाणी ने खेल कर दियाःछोटा शकील

दाउद इब्राहिम के बाद डी-कंपनी में नंबर दो और उसका सबसे भरोसेमंद सहयोगी छोटा शकील अब भारत लौटना नहीं चाहता। शकील के अनुसार, 1993 के मुंबई बम धमाकों के बाद देश वापस लौटने की उनकी पेशकश को भारत सरकार ने ठुकरा दिया था और अब वे खुद भारत लौटने से हिचक रहे हैं।
अब ओ‌लंपि‌क में नहीं बरसेंगे विजेंदर के मुक्के

अब ओ‌लंपि‌क में नहीं बरसेंगे विजेंदर के मुक्के

देश के सबसे लोकप्रिय मुक्केबाज और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह ने एमेच्योर (शौकिया) मुक्केबाजी को छोड़कर अब पेशेवर मुक्केबाजी को अपना लिया है। इसका अर्थ यह है कि अब विजेंदर किसी भी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाएंगे और अगले वर्ष ओलंपिक में भी भाग नहीं ले पाएंगे। ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बनने के बाद विजेंदर भारतीय मुक्केबाजी का चर्चित चेहरा बन गए थे।
अरुण जेटली का कीर्ति आजाद को चिट्ठी प्रलोभन

अरुण जेटली का कीर्ति आजाद को चिट्ठी प्रलोभन

क्या दिल्‍ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष अरुण जेटली डीडीसीए के कथित घपलों और अनियमितताओं को लगातार उजागर रहे भाजपा सांसद कीर्ति आजाद को प्रलोभन देकर अपने पाले में करना चाहते थे? करीब पांच साल पहले के एक पत्र पर नजर डालें तो पहली नजर में ऐसा ही लगता है। यह चिट्ठी अभी सामने आई है।
क्यों नहीं हिली पवार की कुर्सी?

क्यों नहीं हिली पवार की कुर्सी?

महाराष्ट्र की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना भले ही मिलकर सरकार चला रहे हों मगर अब यह साफ हो चुका है सहयोग का यह भाव सिर्फ सरकार चलाने तक ही सीमित है। हकीकत यह है कि दोनों पार्टियां एक दूसरे को पटकनी देने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं।
Advertisement
Advertisement
Advertisement