दीवाली के गीत हिंदी फिल्मों में कम हैं। होली की अपेक्षा तो बहुत ही कम। और जहां होली के गीतों के परिदृश्य में अक्सर उत्सवधर्मिता रहती है और उल्लासित वातावरण रहता है, वहीं दीवाली के दृश्य की उज्जवल पृष्ठभूमि में कई गीत कॉन्टेक्ट की तरह वैयक्तिक दुख और विषाद के गीत बन कर उभरते हैं।
राजीव रोशन हत्याकांड में सुप्रीम कोर्ट से जमानत रद्द होने के बाद बिहार के बाहुबली शहाबुद्दीन ने सिवान में सरेंडर कर दिया है। मामले में पटना हाई कोर्ट से ज़मानत मिलने के बाद 10 सितंबर को वो जेल से बाहर आया था।
ऐसा कम ही होता है जब कोई नायिका किसी दूसरी नायिका की तारीफ करे। लेकिन शायद ऐसा इसलिए हो पाया क्योंकि अभिनेत्री फ्रीडा पिंटो अब बॉलीवुड की दौड़ में नहीं हैं। उन्होंने हॉलीवुड में अपना अलग मुकाम बना लिया है।
इरफान खान भी अभिनय के ऐसे मुकाम पर पहुंच चुके हैं जहां दूसरे कलाकार उनके साथ काम करना पसंद करते हैं। लेकिन जब कंगना ने इरफान के साथ काम करने की एक वजह बताई तो इरफान ने कंगना को बहुत खूबसूरती से जवाब दे दिया।
कंगना रणौत हीरो की तरह हैं। हीरो यानी भारतीय समाज में परम श्रद्धेय और ताकतवर। कंगना कल दिल्ली में राष्ट्रीय पुरस्कार लेने आई थीं। शबाना आजमी के बाद दूसरी महिला कलाकार हैं जिन्हें दो बार लगातार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।
इस बार के राष्ट्रीय पुरस्कारों में अलग हट कर बनी फिल्मों ने बाजी मारी है। दम लगा के हाईशा, पीकू और तनु वेड्स मनु रिटर्न्स का पुरस्कारों की सूची में तीन महत्वपूर्ण स्थान लेना दिखाता है कि ‘ऑफ बीट’ सिनेमा का दम अब तक बरकरार है।
सिर पर सुर्ख गुलाबी रंग की साड़ी का पल्लू , कंधों पर शॉल लपेटे हुए साठ वर्षीय रतन कंवर अपने काम में मग्न हैं। उनकी टेबल पर बिजली की तारें बिखरी हुई हैं और आसपास सौर लैंप रखे हैं। पेचकस हाथ में लिए वह कलपुर्जे के किसी बारीक पेच को सुलगा रही हैं। पूछे जाने पर ठेठ राजस्थानी में बताती हैं ‘ सूरज लालटण बणा री सूं । ‘ रतन कंवर जयपुर के ओखड़ास गांव की रहने वाली हैं। दस साल पहले इनके पति का देहांत हो गया था। दो शादीशुदा बेटे और दो बेटियां हैं लेकिन सभी अपनी जिंदगी में मसरूफ हैं। रतन कंवर का कहना है कि यहां यह काम सीखने के बाद वह अपने गांव लौटकर सौर लैंप और लालटेन बनाएंगी और उसे मरक्वमत करने का काम भी करेंगी। पढ़ाई-लिखाई के मामले में रतन कंवर के पास बताने को कुछ भी नहीं है लेकिन इस उम्र में इस विधा को सीखने के उनके जज्बे को सलाम है।