आय से अधिक संपत्ति मामले में एआईडीएमके महासचिव वीके शशिकला ने परापन्ना जेल में आत्मसमर्पण कर दिया है। शशिकला को कैदी नंबर 9234 का टैग दिया गया है। उन्होंने अपनी पहली रात जमीन पर सोकर बिताई।
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) के कुख्यात आतंकी गुरविंदर सिंह की कोठी में रुकने के आरोप से विवादों में घिर गए हैं। पंजाब के डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल ने जहां पीएम की रैली में मंच से ही केजरीवाल पर निशाना साधा, वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी केजरीवाल से पंजाब की शांति को खतरा बताया है।
आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना के लक्षित हमले (सर्जिकल स्ट्राइक) के वक्त को याद करते हुए केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज कहा कि इस गुप्त अभियान के दौरान इसके परिणाम के बारे में सोचते हुए वह रात भर सो नहीं सके थे। लेकिन भारतीय सेना ने दुश्मन के खिलाफ अद्भुत पराक्रम का प्रदर्शन करते हुए इस साहसिक मुहिम को कामयाबी से अंजाम दिया।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की शुरूआत न्यू हैम्पशायर के एक छोटे से कस्बे में मतदान के साथ हुई। मतदान के दिन परंपरागत तरीके से डिक्सविले नॉच के निवासियों ने आधी रात के बाद 2016 का पहला मतदान करते हुए रिकॉर्ड 4.62 करोड़ मतदान किया। मतदान के बाद आए परिणामों में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को यहां 4-2 से जीत हासिल हुई। भारत के विपरित अमेरिका में एक स्थान पर मतदान खत्म होने के बाद वहां के परिणाम घोषित कर दिए जाते हैं।
कालेधन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के तहत केंद्र सरकार ने आज आधी रात से 500 और 1000 रुपये के नोटों पर पाबंदी लगा दी है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में इस फैसले का एलान किया।
ज्ञानपीठ तथा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित पंजाबी साहित्यकार प्रोफेसर गुरदयाल सिंह (83) का बठिंडा के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। सोशल मीडिया पर गुरुदयाल सिंह को कुछ इस प्रकार याद किया गया-
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि आम निवेशकों से अवैध रूप से धन (जमाएं) जुटाने पर उसी समय काबू पाने की जरूरत है जबकि यह अपराध हो रहा हो क्योंकि एेसी कंपनियां पैसा जुटा लेने के बाद रातों रात गायब हो जाती हैं।
दूसरे टी20 में अर्धशतक जड़कर भारत को जिंबाब्वे के खिलाफ टी20 श्रृंखला में बराबरी दिलाने वाले युवा बल्लेबाज मनदीप सिंह ने कहा कि दबाव के कारण मैच से पहले रात को उनकी नींद उड़ गई थी लेकिन मैदान पर कदम रखते ही दबाव खत्म हो गया।
तीन साल पहले 16 जून की रात केदारनाथ में हुई भारी जल प्रलय के निशान अब मिटने लगे हैं। केदारनाथ मंदिर के पास शांत बह रही मंदाकिनी के नवनिर्मित किनारे श्रद़धालुओं में शायद यही संदेश दे रहे हैं, कि जख्म कितना भी घातक हो, वक्त सबसे बड़ा मरहम होता है। प्रलयंकारी उफान में 11,755 फुट की उंचाई पर स्थित हिमालयी धाम के डूबने के साथ ही देश भर से आये श्रद़धालु, पुजारी, व्यापारी और स्थानीय लोगों सहित करीब 5000 जिंदगियां बह गई थीं। रह गयी थी बस चीख और पुकार तथा अपनों का क्रंदन। उस मातमी माहौल को केदारनाथ की महिमा ने पीछे कर दिया है।