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Search Result : "कमाल के युवा"

नौकरी की फिक्र छोड़ कारोबार पर दांव

नौकरी की फिक्र छोड़ कारोबार पर दांव

यकीन करना आसान नहीं हैं। ये तीसेक साल से कुछ ज्‍यादा के नौजवान हैं, जिन्‍होंने पढ़ाई पूरी करने के बाद अच्‍छी नौकरी हासिल भी की और फिर छोड़ भी दी। खुद का कारोबार शुरू किया और कामयाब भी हो गए। आज ये तेजी से बढ़ती ई-कॉमर्स कंपनी के मालिक हैं। मैंने पूछा मल्‍टीनेशनल कंपनी में नौकरी छोड़कर अपना काम शुरू करते हुए असफलता का डर नहीं लगा? आर्थिक दिक्‍कतें नहीं आईं? जवाब देखिए, ज्‍यादा से ज्‍यादा क्‍या होता वापस नौकरी करनी पड़ती। इतनी पढ़ाई और काम करने के बाद इतना भराेसा तो था कि भूखे मरने वाले नहीं हैं। इसलिए ज्‍यादा फ्रिक नहीं हुई।
जयराम का दावा, राहुल गांधी इसी साल बनेंगे अध्‍यक्ष

जयराम का दावा, राहुल गांधी इसी साल बनेंगे अध्‍यक्ष

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश के अनुसार राहुल गांधी इस साल कांग्रेस के अध्यक्ष बन सकते हैं और वह क्षेत्रीय चेहरों को आगे बढ़ाकर भारत की इस सबसे पुरानी पार्ट को उसकी ताकत और उसके अतीत का गौरव वापस दिला सकते हैं।
नौकरी के लिए अमेरिका जाना मुश्किल न हो जाए

नौकरी के लिए अमेरिका जाना मुश्किल न हो जाए

अमेरिका में नौकरी करना विकासशील देशों के युवाओं का सबसे सुहाना सपना होता है और इस सपने को पूरा करने के लिए अमेरिकी सरकार इन युवाओं को एच-1बी वीजा जारी करती है जिनके जरिये अल्पकाल के लिए अमेरिका में नौकरी का मौका मिलता है।
येचूरी के नेतृत्व में भाकपा के साथ क्या माकपा का होगा विलय

येचूरी के नेतृत्व में भाकपा के साथ क्या माकपा का होगा विलय

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की कमान सीताराम येचूरी के हाथों में आने के कई निहितार्थ हैं। सबसे पहला एजेंडा भाकपा के साथ विलय का संभावना पर विचार करना है। भाकपा का एक धड़ा लंबे समय से यह चाह रहा है, येचूरी ने इस ओर इशारा भी किया है। संकट के दौर में वाम दलों का एका एक लोकप्परिय समाधान के तौर पर देखा जा रहा है।
देवीशंकर अवस्थी सम्मान युवा आलोचक जीतेंद्र गुप्ता को

देवीशंकर अवस्थी सम्मान युवा आलोचक जीतेंद्र गुप्ता को

बीसवां देवीशंकर अवस्थी सम्मान युवा आलोचक जीतेंद्र गुप्ता को उनकी पुस्तक ‘भारतीय इतिहासबोध का संघर्ष और हिंदी प्रदेश’ के लिए प्रतिष्ठित लेखिका कृष्णा सोबती द्वारा 5 अप्रैल 2015 को रवींद्र भवन में साहित्य जगत की जानी-मानी हस्तियों की मौजूदगी में प्रदान किया गया।
विश्व कप समारोह से क्यों हटाया गया मुस्तफा कमाल को

विश्व कप समारोह से क्यों हटाया गया मुस्तफा कमाल को

विश्व कप ट्रॉफी वितरण समारोह से मुस्तफा कमाल को क्यों हटाया गया? आइसीसी ने यह फैसला क्यों किया इस पर कई तरह की बातें सामने आ रह़ी हैं। आइसीसी के सूत्रों का कहना है कि मुस्तफा कमाल विश्व कप के पुरस्कार वितरण समारोह का हिस्सा थे लेकिन मैच अधिकारियों की ईमानदारी पर सवाल उठाने और अपने बयान पर बने रहने के कारण उन्हें इस समारोह से हटाया गया।
विश्व क्रिकेट को कौन कर रहा है कंट्रोल

विश्व क्रिकेट को कौन कर रहा है कंट्रोल

आइसीसी के प्रेसीडेंट मुस्तफा कमाल के इस्तीफा देने से कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। वह इस बात से नाराज थे कि वर्ल्ड कप क्रिकेट ट्रॉफी उनके बदले आइसीसी चेयरमैन एन श्रीनिवासन ने विजेता टीम को सौंपी। पिछले कुछ अरसे से आइसीसी में भारत का बोलबाला लगातार बढ़ता जा रहा है। क्रिकेट के लिए भारत दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पास अथाह पैसा। भारत में क्रिकेट में ढेर सारा काला धन और सटोरियों का पैसा लगा है। मैच फिक्सिंग और उसके पैसे की जड़ें भी भारत में ही हैं।
नाराज आइसीसी अध्यक्ष मुस्तफा कमाल का इस्तीफा

नाराज आइसीसी अध्यक्ष मुस्तफा कमाल का इस्तीफा

विश्व कप विजेता को टॉफी प्रदान करने का मौका नहीं दिये जाने को अपने संवैधानिक अधिकार का हनन बताते हुए मुस्तफा कमाल ने आज आसीसीसी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
केरल विधानसभा में वाम दलों का हंगामा

केरल विधानसभा में वाम दलों का हंगामा

केरल विधानसभा में शुक्रवार 13 मार्च को राज्य के वित्त मंत्री के. एम. मणि राज्य का बजट पेश करने में तो सफल रहे लेकिन सदन में जबरदस्त हंगामे के बीच माकपा नीत विपक्षी सदस्यों ने अध्यक्ष का आसन फेंक दिया और वाच एंड वार्ड स्टाफ के साथ हाथापाई की।
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