भाजपा सफाई कर्मचारियों के लिए फिर दांव चलने की तैयारी में। जबकि सैंकड़ों सफाई कर्मचारी सीवर-सेप्टिक टैंक में मर रहे हैं और केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर पूरी तरह खामोश हैं।
जम्मू-कश्मीर में उधमपुर के पास आतंकियों ने बीएसएफ के काफिले पर हमला किया है। हमले में दो जवान शहीद हो गए हैं जबकि आठ जवान घायल है। मुठभेड़ में एक आतंकी भी ढेर हुआ है। उधमपुर जिले में करीब एक दशक से भी ज्यादा समय बाद ऐसा आतंकी हमला हुआ है।
आंतकवादी हमले दौरान अपनी जान न्यौछावर करने वाले एसपी (डी) बलजीत सिंह की शानदार सेवाओं को मान्यता देते हुए पंजाब सरकार ने उनके पुत्र को डीएसपी नियुक्त करने के अतिरिक्त परिवार को 25 लाख रूपये की एक्सग्रशिया ग्रांट देने का निर्णय किया है।
27 जुलाई, 2015 दो झटके लेकर आया। पंजाब के गुरदासपुर में आतंकी हमला और पूर्व राष्ट्रपति 'मिसाइलमैन’ अब्दुल कलाम का निधन। कलाम का जाना एक दौर का अवसान था जबकि गुरदासपुर हमले की घटना आतंक के एक नए मोर्चे की शुरुआत।
गुरदासपुर जिले के एक पुलिस थाने में घुसे सशस्त्र उग्रवादियों ने कल सात व्यक्तियों को मार डाला था। इनमें चार नागरिक और बलजीत सिंह सहित तीन पुलिसकर्मी शामिल थे। इनकी मौत से सदमे मे आए परिवार के लोग अब सरकार से खफा हैं।
गुरदासपुर में जारी आतंकी हिंसा में जिले के एसपी-डिटेक्टिव बलजीत सिंह समेत पुलिस के कई जवान शहीद हो गए हैं। मरने वालों में दो कैदी और तीन नागरिक भी शामिल हैं। सुबह से चल रही इस मुठभेड़ में करीब 12 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि कई लोग घायल हैं। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी भी मारे गए।
एक बुजुर्ग पिता पिछले आठ महीनों से रक्षा मंत्रालय, सेना मुख्यालय के चक्कर काट रहा है। जिंदगी भर पूरे दमखम से सत्ता प्रतिष्ठानों से लड़ने-भिड़ने का रसूख रखने वाले सांवलराम यादव ने प्रण किया है कि वह युद्ध में हताहत हुए अपने बेटे को शहीद का दर्जा दिलवाए बिना चैन से नहीं बैठेंगे। मामला सिर्फ एक जवान की मौत का नहीं है। इससे जुड़ा हुआ है, उन सैकड़ों जवानों की मौत का मसला जो सियाचिन से लेकर दुर्गम सीमा पर देश के लिए अत्यंत विषम परिस्थितियों में जान गंवा देते हैं। इन जवानों की मौत को आखिरकार शहीद का दर्जा क्यों नहीं मिलता?