राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव जनता दल यूनाइटेड सहित जनता परिवार के छह दलों के साथ विलय के लिए तैयार दिख रहे थे। लेकिन अब वह विलय नहीं बल्कि गठबंधन चाहते हैं। ताकि राजद का वजूद बना रहे।
जनता परिवार के विलय को लेकर मुश्किलें बढ़ती जा रही है। जनता परिवार के घटक दलों की बैठक से एक दिन पहले राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने जनता दल यूनाइटेड के लिए यह कहकर असहज स्थिति पैदा कर दी कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को भाजपा के खिलाफ व्यापक एकता का हिस्सा होना चाहिए।
आखिरकार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने नई पार्टी का गठन कर ही लिया। हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के नाम से गठित इस पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष भी घोषित कर दिया। पार्टी की बिहार इकाई में १०८ नेताओं को शामिल किया है।
“मधेपुरा से राजद सांसद पप्पू यादव को पार्टी ने निष्कासित कर दिया। राजद के इस फैसले से पप्पू निराश नहीं हैं बल्कि वह कहते हैं कि सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ते रहेंगे। आउटलुक से बातचीत में पप्पू का कहना है कि सच बोलने की उन्हें सजा मिली है। प्रस्ततु है बातचीत के प्रमुख अंश-
राष्ट्रीय जनता दल ने मधेपुरा संसदीय क्षेत्र से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 15 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है। पप्पू यादव लगातार पार्टी के विरोध में बयांन देते रहे है।
पटना के गांधी मैदान में आयोजित भाजपा के कार्यकर्ता समागम में ही पार्टी नेताओं की अंदरुनी लड़ाई सामने आ गई। एक तरफ पार्टी के एक सांसद नाराज हो गए तो दूसरी ओर स्थानीय सांसद ने समागम में हिस्सा नहीं लिया। इस साल बिहार विधानसभा के चुनाव में जीत की उम्मींद के साथ भाजपा ने अंबेडकर जयंती के अवसर पर कार्यकर्ता समागम का आयोजन किया था जिसमें पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के अलावा केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नेताओं ने हिस्सा लिया।
समाजवादी नेता राममनोहर लोहिया की प्रतिमा पर पूर्व मुख्यमंत्राी जीतन राम मांझी द्वारा रविवार शाम को माल्यार्पण करने के बाद कथित रूप से उसके शुद्धिकरण के लिए प्रतिमा को धोने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ आज प्राथमिकी दर्ज की गयी।
मधेपुरा से राजद सांसद पप्पू यादव पार्टी प्रमुख लालू यादव से नाराज हैं। पप्पू यादव पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को समर्थन दे रहे हैं और चाहते हैं कि राजद भी समर्थन दे ताकि राज्य में सामाजिक न्याय का नारा बुलंद हो सके। पप्पू यादव से आउटलुक की बातचीत के प्रमुख अंश-
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भले ही विश्वास मत हासिल कर लिया हो लेकिन इस साल के अंत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में असल चुनौती अभी बाकी है।
बिहार विधानमंडल के समवेत सत्रा में आज राज्यपाल केशरी नाथ त्रिापाठी के अभिभाषण और उसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार के विश्वास मत हासिल करने के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सदन से अनुपस्थित रहे। वह विधानसभा सचिवालय के जवाब का इंतजार कर रहे हैं कि उन्हें असंबद्ध घोषित किए जाने के बाद उनपर व्हिप लागू होगा।