भारत की सीमा से सटे नेपाल के शहर मोरंग में आंदोलनकारी मधेसियों और सत्तारूढ़ सीपीएन-यूएमएल की युवा शाखा के कार्यकर्ताओं के बीच गुरूवार को जमकर झड़प हुई। नेपाल में हुई इस ताजा हिंसा की घटना में तीन लोगों की जान चली गई। लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस की ओर से की गई गोलीबारी में एक महिला समेत तीन व्यक्तियों की मौत हुई है।
पश्चिम बंगाल में मालदा में हुए हिंसा को लेकर प्रदेश भाजपा और संघ के प्रमुख नेताओं की दो दिवसीय बैठक कोलकाता में हो रही है। जिसमें मालदा में हुई हिंसा को लेकर आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के हिंसा प्रभावित कालियाचक का दौरा करने गई भाजपा सांसदों की टीम को पुलिस ने मालदा रेलवे स्टेशन से ही लौटा दिया। इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और भाजपा के बीच राजनीतिक लड़ाई तेज हो गई है।
रेलवे के कुछ मार्गों पर 2017 में 160 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली भूरे, गाढ़े नीले और पीले रंगों में रंगी ट्रेनें दिख सकती हैं। भारतीय रेल ने सेमी हाई स्पीड ट्रेनें शुरू करने की योजना बनायी है और राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) द्वारा तैयार की गई इन रंगों की योजना वाइटैलिटी (उत्साह) का चयन किया है जो सबसे तेज रफ्तार वाले जानवर चीता से प्रेरित है। इन ट्रेनों के डिब्बे भूरे और गाढ़े नीले रंग में रंग होंगे और उनका किनारा पीले रंग का होगा।
पश्चिम बंगाल के मालदा में हुई हिसंक झड़प पर राजनीति गरमा गई है। भाजपा ने इस मामले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला है। भाजपा के नेता सिद्धार्थनाथ सिंह ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस ने नकली नोट और ड्रग्स तस्करों को बचाने के लिए पूरी घटना को अंजाम दिया गया।
छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल बस्तर क्षेत्र के सुकमा जिले में 15 महिलाओं सहित 70 नक्सलियों ने आज आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस के अनुसार माओवादी आंदोलन और हिंसा से निराश होकर इन लोगों ने अपने हथियार डालने का फैसला किया।
एक दफा फिर रिश्ते तार-तार हो गए जब दादा और चाचा ने आठ वर्षीय अपनी ही घर की बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बच्ची मेरठ के थाना लिसाड़ी गेट की रहने वाली है। खबर है कि बच्ची के दादा और सौतेले चाचा कानपुर निवासी हैं और उन्होंने उसके साथ कानपुर में बलात्कार किया।
असहिष्णुता पर बढ़ते विवाद के बीच कड़ा संदेश देते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि लोगों को अपने मन मस्तिष्क से विभाजनकारी विचारों को हटाना चाहिए तथा सार्वजनिक अभिव्यक्ति को सभी तरह की हिंसा से मुक्त करना चाहिए।