सीआरपीएफ के एक आईजी ने चौंकाने वाला दावा किया है। असम के सुरक्षा बलों और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए आईजी ने एक फर्जी एनकाउंटर किए जाने की बात कही है।
गुजरात के पूर्व आईपीएस अधिकारी डीजी वंजारा ने राज्य में हुए एनकाउंटर को लेकर बड़ा खुलासा किया है। गुजरात एटीएस के पूर्व प्रमुख वंजारा ने कहा कि गुजरात में कोई भी एनकाउंटर फर्जी नहीं था। मुठभेड़ में मारे गए आतंकी राजनेताओं को मारने और राज्य की शांति और समृद्धि को नष्ट करने के लिए आए थे।
लखनऊ के ठाकुरगंज में आतंकी सैफुल्लाह से मुठभेड़ के दौरान यूपी पुलिस के रुख से गृह मंत्रालय नाराज है। सूत्रों के मुताबिक, जिस तरह से यूपी पुलिस मीडिया को ऑपरेशन के लाइव अपडेट दे रही थी, उस पर उसे कड़ी आपत्ति है। वरिष्ठ अफसरों के मुताबिक, सभी राज्यों के डीजी और दूसरे सीनियर अधिकारियों और विशेषज्ञों ने 26/11 हमले के बाद ऐसे ऑपरेशन के लिए गाइडलाइंस बनाई थी, लेकिन इस ऑपरेशन में पुलिस अधिकारियों ने उसका पालन नहीं किया।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मंगलवार को पूरे दिन और रात दहशत में रही। लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र के हाजी कॉलोनी में एक मकान में छिपे आतंकी से पुलिस की घंटो मुठभेड़ हुई। आखिरकार देर रात एक बजे के बाद यूपी पुलिस के आतंक निरोधी दस्ते (एटीएस) की टीम उस कमरे में दाखिल हुई जिसमें दो आतंकियों के छिपे होने की बात कही जा रही थी। हालांकि वहां उन्हें सिर्फ एक ही आतंकी का शव मिला जिसका नाम सैफुल्ला बताया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की घनी आबादी वाले इलाके में आतंकवादी रोधी स्क्वाड (एटीएस) के आपरेशन के दौरान आज देर शाम खुलासा हुआ कि जिस मकान की घेराबंदी की गई है उसमें दरअसल दो संदिग्ध आतंकी छुपे हुए हैं। देर रात तक समाचार लिखे जाने तक एनकाउंटर जारी था। उत्तर प्रदेश पुलिस ने केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के इनपुट पर ये कार्रवाई की। कानपुर में भी एक संदिग्ध आतंकी पकड़ा गया है और उसके संबंध लखनऊ वाले आतंकियों से हो सकते हैं।
नोटबंदी के बाद देशभर के विपक्षी राजनैतिक दल पीएम मोदी और भाजपा सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं चूक रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भी पीएम मोदी पर हमला किया है। लालू प्रसाद यादव ने कहा कि अगर नोटबंदी के बाद भी देश की जनता के खाते में 15 लाख रुपए नहीं आए तो समझिएगा नोटबंदी एक तरह से फर्जिकल स्ट्राइक थी। लालू प्रसाद यादव ने कहा कि यह आम जनता का फेक एनकाउंटर भी कहा जा सकता है।