उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार के आज हुए मंत्रिमंडल विस्तार पर निशाना साधते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि अखिलेश ने खुद को कमजोर एवं यू टर्न लेने वाला मुख्यमंत्री साबित किया है।
उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त लोढ़ा समिति की सिफारिशों की अनदेखी करते हुए बीसीसीआई ने पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय चयन समिति की आज घोषणा की। इसके दो सदस्य ऐसे हैं जिन्हें टेस्ट मैच खेलने का अनुभव नहीं है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा में गए स्वामी प्रसाद मौर्य की आज की रैली को फ्लॉप बताते हुए कहा कि भाजपा को खुद ही पछतावा हो रहा होगा कि खोदा पहाड़ और निकली चुहिया। इस रैली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद थे। माना जा रहा है कि इस रैली के जरिये मौर्य अपनी ताकत दिखाना चाह रहे थे।
सहारनपुर में हुई बसपा की रैली को अभी एक माह भी नहीं हुआ है और दूसरी रैली का फरमान आ गया है। बसपा सुप्रीमो लखनऊ में बड़ी रैली करने जा रही हैं जिसके लिए उम्मीदवारों को सौ-सौ बसें लेकर आने का टारगेट दिया गया है।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव देश के प्रधानमंत्री पद के लिए अपनेे दल की तरफ से उम्मीदवारी चाहते हैं। इस पद के लिए उनकी मंशा जाहिर होने के बाद बिहार की सियासत का ऊंट एक नए करवट की ओर बढ़ने लगा है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस किसी और बड़े नाम पर इस पद के लिए तैयार नहीं है, लेकिन बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव चाहते हैं कि अगला पीएम बिहार का बने।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार फिर कड़ा कदम उठाते हुए प्रदेश सरकार के खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को बर्खास्त कर दिया। बर्खास्तगी का क्या कारण है इस बारे में तो पता नहीं चल पाया है। लेकिन माना जा रहा है कि अवैध खनन की लगातार शिकायतें मिलने से प्रजापति को बर्खास्त किया गया है।
पिछले चार साल से भी अधिक समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे मध्यम गति के तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार अब राजनीति में हाथ आजमाएंगे। अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत के लिए कुमार रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हो गए।
भाजपा ने शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) को विवादित इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) की ओर से 50 लाख रूपए का चंदा दरअसल एक रिश्वत थी ताकि उसकी देश-विरोधी गतिविधियों को ढंका जा सके।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और समाजवादी पार्टी के सांसद बेनी प्रसाद वर्मा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका पर सवाल उठाकर इस विवाद को नए सिरे से हवा दे दी है।