पार्टी से निष्कासन निकट होने के साथ आप के बागी नेता योगेंद्र यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया के जरिए पार्टी पर हमला बोलते हुए उन्हें मिले कारण बताओ नोटिस को मजाक करार दिया।
उतर प्रदेश की भाजपा सरकार में मंत्री रह चुके अशोक यादव पिछड़े वर्ग को मिलने वाले आरक्षण के प्रबल समर्थक हैं। उत्तर प्रदेश में जब राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री थे तब पिछड़े वर्ग को मिलने वाले आरक्षण में छेड़छाड़ का प्रयास किया था। यादव ने इसके विरोध में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। तबसे आज तक यादव पिछड़े वर्ग के हित की लड़ाई लड़ रहे हैं। यादव कहते हैं कि अगर पिछड़ों को मिलने वाले आरक्षण में फिर छेड़छाड़ हुई तो पूरे देश में आंदोलन होगा। पेश हैं प्रमुख अंश-
मीडिया, खासकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आज दिनभर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की 56 दिनों की छुट्टी के बाद दिल्ली वापसी की खबरों को लेकर जितना व्यग्र था उतना तो शायद कांग्रेस अध्यक्ष भी पार्टी के भविष्य को लेकर न रही होगी।
अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए हिन्दू समाज को एकजुट करने तथा उसके संकल्प को पुन: याद दिलाने के लिए राम महोत्सव का आयोजन करने के बाद अब विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने मंदिर विवाद का त्वरित समाधान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की योजना बनाई है।
समाजवादी नेता राममनोहर लोहिया की प्रतिमा पर पूर्व मुख्यमंत्राी जीतन राम मांझी द्वारा रविवार शाम को माल्यार्पण करने के बाद कथित रूप से उसके शुद्धिकरण के लिए प्रतिमा को धोने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ आज प्राथमिकी दर्ज की गयी।
बांग्लादेश की जमात ए इस्लामी पार्टी के एक शीर्ष नेता की फांसी की सजा के खिलाफ दायर आखिरी याचिका भी सोमवार को खारिज हो गई। अब उसे फांसी दिए जाने का रास्ता साफ हो गया है। यह सजा उसे 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान लोगों पर अत्याचार करने के लिए सुनाई गई है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने पूर्ववर्ती फैसले को कायम रखते हुए मोहम्मद कमर उज जमां की पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया।
केन्द्र सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य की लगातार की जा रही कथित उपेक्षा के विरोध में कांग्रेस दिल्ली में धरना देने जा रही है। २४ मार्च को आयोजित इस धरने में उत्तराखंड के कई कांग्रेसी नेता भाग लेंगे। मुख्यमंत्री हरीश रावत इसमें हिस्सा लेंगे या नहीं यह तय नहीं है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सिंगापुर के प्रथम प्रधानमंत्री ली कुआन येव की प्रशंसा करते हुए उन्हें एक ऐसा दूरदर्शी नेता बताया जिन्होंने 1965 में अपने देश की स्वतंत्रता के बाद उसे आज विश्व के सबसे समृद्ध देशों में शुमार करने में अहम भूमिका निभाई।