सुरक्षा एजेंसियों ने सोशल नेटवर्किंग साइट व्हाट्सऐप द्वारा शुरू किए नए इनक्रिप्शन पर चिंता जताते हुए कहा है कि राष्ट्रविरोधी तत्व अपने नापाक इरादों के लिए इसका दुरूपयोग कर सकते हैं।
भारतीय खनन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अडाणी को आस्ट्रेलिया में उसकी प्रस्तावित 21.7 अरब डॉलर की विवादास्पद कोयला खनन परियोजना के तहत स्थानीय सरकार ने उत्खनन के तीन पट्टों की मंजूरी दे दी है। हालांकि अडाणी समूह ने कहा है कि वह इनमें निवेश का पक्का निर्णय तभी लेगी जबकि इस विशाल परियोजना के खिलाफ राजनीति प्रेरित कानूनी चुनौतियों का समाधान हो जाएगा। यह परियोजना दुनिया की सबसे बड़ी खान परियोजनाओं में एक है।
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) में तैनात एक अधिकारी की कल देर रात बाइक सवार अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी और उनकी पत्नी को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
पाकिस्तान के एक संयुक्त जांच दल को पठानकोट वायु सेना स्टेशन का दौरा करने की अनुमति देने को लेकर हो रही केंद्र की आलोचना के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि पाकिस्तान ने पहली बार किसी आतंकी मामले की जांच की दिशा में गंभीर प्रयास किए हैं।
पाकिस्तान के लाहौर में तालिबान के आत्मघाती हमले के एक दिन बाद अमेरिका ने कहा है कि देश में चरमपंथ और आतंकवाद गंभीर समस्या हैं। लाहौर में एक पार्क में हुए हमले में 70 से अधिक लोग मारे गए और 300 से अधिक घायल हुए हैं जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
विजय माल्या जैसे ऋण भुगतान में जान बूझकर चूक करने वालों को सख्त चेतावनी देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि उन्हें बैंकों को सम्मान से बकाये का भुगतान करना चाहिए अन्यथा वे ऋणदाताओं और जांच एजेंसियों के दबाव का सामना करने के लिए तैयार रहें।
सरकार ने आज कहा कि देश में लगभग 96,000 वन्य जीवों में से करीब 50 से अधिक वन्य जीव गंभीर खतरे का सामना कर रहे हैं जबकि 31व वन्यजीव संकट में हैं। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जेडएसआई) द्वारा किए गए अध्ययन में भारत से 96,000 प्रजातियों के विवरणों को दर्ज किया गया है।
जाने-माने अर्थशास्त्री और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सेवानिवृत प्रोफेसर अरुण कुमार देश में मौजूदा आर्थिक हालात को वैश्विक आर्थिक सुस्ती की देन मानते हैं। उनका यह भी मानना है कि हर सरकार राजकोषीय घाटा कम करने के लिए ही चिंतित रहती है और उसी मुताबिक बजट बनाकर किसी लक्ष्य तक पहुंचने में विफल रहती है। इसे वह गलत धारणा मानते हैं। आउटलुक के राजेश रंजन से बातचीत में उन्होंने रोजगार, घरेलु मांग, विकास दर आदि बढ़ाने पर जोर दिया।
जेएनयू में वामपंथ का गहरा प्रभाव रहा है। यहां वैकल्पिक विचारधारा को वैधानिक, नैतिक स्थान नहीं दिया गया। इस विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय कम्युनिस्ट आंदोलन के सभी अवशेष-माओवाद से लेकर ट्राटस्कीवाद तक मिल जाएंगे।