गौरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी के मामले हर रोज सामने आ रहे हैं। राजस्थान में गाय ले जा रहे ट्रकों को रोककर गौरक्षकों द्वारा जमकर हंगामा किया गया। साथी वहां मौजूद लोगों की जमकर पिटाई भी की गई। जबकि ये गाय तमिलनाडु पशुपालन विभाग की टीम ले जा रही थी।
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी सामने आई है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर का है। यहां पुलिस स्टेशन में बंद आरोपी को भाजपा नेताओं द्वारा जबरदस्ती छुड़ाकर ले जाया गया।
उत्त्तर प्रदेश के मुरादाबाद में भाजपा नेता और उनके समर्थकों ने एक पुलिस स्टेशन के अंदर एक पुलिसवाले से जमकर मारपीट की। इस मामले में पुलिस ने 50 भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा नेता और हिंदूवादी संगठनों की गुंडागर्दी के दो मामले सामने आए हैं। एक मामले में बजरंग दल के लोगों पर दो युवकों की सरेआम पिटाई का आरोप है, जबकि दूसरा मामला भाजपा के सांसद से जुड़ा हुआ है। सासंद पर आरोप है कि उन्होंने एक शख्स के साथ मारपीट की है।
उत्तर प्रदेश में बरेली से भाजपा विधायक केसर सिंह और बाराबंकी से भाजपा सांसद प्रियंका रावत पर अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगा है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने हालांकि इन भाजपा नेताओं को अधिकारियों के साथ सही ढंग से बर्ताव करने की नसीहत दे दी है।
उत्तर प्रदेश के नए डीजीपी सुलखान ने प्रदेश में गुंडागर्दी नहीं होने देने की बात कही थी। लेकिन पहले ही दिन खुद यूपी पुलिस बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के नेताओं की गुंडागर्दी की शिकार हो गई।
योगी आदित्यनाथ ने जिस हिंदू युवा वाहिनी की स्थापना की थी, उसके नाम पर गुंडागर्दी की घटनाएं सामने आ रही हैं। मेरठ में यह लगातार दूसरी घटना है, जिसमें खुद को हिंदू युवा वाहिनी का कार्यकर्ता बताने वाले लोगों ने किसी की निजता का हनन करते हुए बदसलूकी की है।
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय परिसर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (आइसा) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद पूरे परिसर में तनाव है। हाल ही में दिल्ली के रामजस कॉलेज में भी एबीवीपी और आइसा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी जिसकी वजह से दिल्ली विश्वविद्यालय में भी तनाव है।
अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं जब दिल्ली में कन्हैया कुमार के मामले में वकीलों ने अदालत परिसरों में हंगामा मचाया था और मीडिया कर्मी उनके निशाने पर आए थे। अब ऐसा ही कांड केरल से सामने आया है। केरल के विभिन्न शहरों में वकीलों ने अदालत परिसरों में मीडिया कर्मियों पर हमला बोल दिया और उनकी गाड़ियों को निशाना बनाया है।