भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुब्रहमण्यम स्वामी ने कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत की जांच के लिए एक एसआईटी गठित करने का आग्रह करते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह को एक पत्र लिखा है। पत्र में स्वामी ने दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं।
आम आदमी पार्टी ने शनिवार को आज दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री संबंधी जानकारी मांगने वाले आरटीआई आवेदन को दिल्ली विश्वविद्यालय ने तकनीकी कारण बताते हुए वापस लौटा दिया है।
भारत पत्रकारों पर हमले के मामले में विश्व में 13वें नंबर पर है और भारत में उत्तर प्रदेश इस मामले में पहले नंबर एक पर। हाल ही में झारखंड में पत्रकार अखिलेश प्रताप सिंह और उसके बाद बिहार के सीवान जिले में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या ने देश में पत्रकारों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।
समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे बेनी प्रसाद वर्मा ने कांग्रेस छोड़ फिर सपा का दामन थाम लिया। समाजवादी पार्टी में वापसी के लिए उन्होने राज्यसभा की सीट मांगी थी। जिसे पार्टी ने स्वीकार कर लिया।
निरंकारी बाबा हरदेव सिंह का शुक्रवार को कनाडा में एक सड़क हादसे में निधन हो गया। बाबा के निधन से देश-दुनिया में मौजूद उनके तमाम भक्तों में शोक की लहर है।
मालेगांव विस्फोट मामले में क्रूर प्रताड़ना के बाद आखिरकार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को क्लीन चिट मिल गई है। मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने शुक्रवार को मुंबई की एक अदालत में दायर होने वाली चार्जशीट में साध्वी का नाम नहीं दिया है। इससे उनके जल्द जेल से रिहा होने की उम्मीद है।
तमिलनाडु में पंजाब के रहने वाले 66 वर्षीय एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल पर 16 मई को होने वाला विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। यह एक दुलर्भ उदाहरण है जब कोई उत्तर भारतीय तमिलनाडु के चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहा है।
पंजाब में प्रचंड गर्मी से राहत के लिए लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं लेकिन जालंधर सहित प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में पानी की बजाय आजकल राख की बारिश हो रही है। लोगों के घर की छतों और आंगन में राख की एक मोटी परत जमा हो रही है। इस बारिश का असर खाने और कपड़े पर भी हो रहा है।
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने एक दफा फिर से पानी का मुद्दा छेड़ दिया है। उन्होंने दावा किया कि पंजाब के पास किसी भी राज्य के साथ साझा करने के लिए अतिरिक्त पानी नहीं है। यहां तक कि पानी की एक बूंद भी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह याद रखा जाए कि राज्य की नदियों के जल की रक्षा के लिए वह किसी भी हद तक बलिदान करने को तैयार हैं।