शिवसेना ने देश में गोरक्षा के नाम पर बढ़ रही हिंसा पर गहरी चिंता जताई है। केंद्र में राजग सरकार की सहयोगी शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में सवाल उठाया है कि हुड़दंग करने वाले तथाकथित गोरक्षक उस वक्त कहां थे जब आतंकियों ने हाल में अमरनाथ यात्रियों पर हमला किया था।
संसद का मानसूत्र सत्र सोमवार से प्रारंभ हो रहा है। हालांकि आज संसद दोनों सदनों के वर्तमान सदस्यों के निधन के मद्देनजर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद दिनभर के लिये स्थगित हो जायेगी लेकिन इसके बाद कई मुद्दों पर विपक्षी दल सरकार को घेरने से पीछे नहीं हटेंगी।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आज एक बार फिर भाजपा और सहयोगी संगठन गो-रक्षक दल को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि गो-रक्षक जो खुद को पशु एवं गाय के प्रति संवेदनशील कहते हैं, उनका यह पहला कर्तव्य है कि सड़क पर लावारिस घूम रहे जानवरों के लिए खास गोशाला बनाकर उनको उसमें रखें और उनकी सेवा करें।
वामपंथी दलों और दलित संगठनों के नेताओं ने शुक्रवार को राजग सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कथित गोरक्षकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया और दावा किया कि समुदाय के सदस्यों के खिलाफ अत्याचार के मामले बढ़ रहे हैं।
गोरक्षा के एक जघन्य मामले में कर्नाटक के उडुप्पी में विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भाजपा के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी और एक अन्य व्यक्ति को जख्मी कर दिया। भाजपा कार्यकर्ता कथित तौर पर गायों को बूचड़खाने लेकर जा रहा था।
‘अस्सी फीसदी गोरक्षकों को फर्जी बताने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मैं पूछना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री जी आप ये आंकड़े कहां से लेकर आए? क्यों आपने गोरक्षकों को अपराधी और फर्जी बताया? प्रधानमंत्री जी आपकी वजह से हमारा सर शर्म से झुक गया है। गोरक्षकों को फर्जी बताने वाले आंकड़े के आधार को सार्वजनिक किया जाए।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए यह बात विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष ड़ॉ. प्रवीण तोगड़िया ने कही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपराधी तत्वोंं के गोरक्षकों की निंदा करने संबंधी बयान के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने पीएम की आलोचना की है। मायावती ने सोमवार को गोरक्षकों पर दिए बयान को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि दो साल से गोरक्षक मुस्लिमों और दलितों को निशाना बना रहे थे और प्रधानमंत्री मोदी कुंभकर्ण की तरह सो रहे थे। मायावती नेे कहा कि अब अचानक दलितों और मुस्लिमों के वोटों की चिंता आई तो मोदी इस तरह का बयान दे रहे थे।