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Search Result : "चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट"

चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर दरका पहाड़, हजारों सैलानी फंसे

चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर दरका पहाड़, हजारों सैलानी फंसे

चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंडी से करीब 25 किलोमीटर दूर हंगोई मंदिर के पास लैंडस्लाइड होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। आज सुबह से ही यह मार्ग बंद है। हजारों पर्यटक इस मार्ग पर फंसे हुए हैं। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारे लगी हुई हैं।
चेन्नई में रेल सेवा बहाल, यात्री विमानों की उड़ान भी शुरू

चेन्नई में रेल सेवा बहाल, यात्री विमानों की उड़ान भी शुरू

भीषण बारिश और बाढ़ की मार झेल रहे चेन्‍नई की स्थिति धीरे-धीरे सुधार रही है। शहर में रेल सेवाएं बहाल कर दी गई हैं और आज से दिन के वक्‍त यात्री विमानों की आवाजाही भी शुरू हो गई है। चेन्‍नई में फंसे यात्रियों के लिए कई विशेष रेलगाड़‍ियां चलाई जा रही हैं। हालांकि, आज सुबह फिर चेन्‍नई के कई इलाकों में भारी बारिश होने की खबर है।
बाढ़ से चेन्नई में हाहाकार, सेना मदद में जुटी, एयरपोर्ट बंद

बाढ़ से चेन्नई में हाहाकार, सेना मदद में जुटी, एयरपोर्ट बंद

तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों में बीती रात से जारी भारी बारिश के कारण चेन्नई तथा इसके कई उपनगरीय इलाके पानी में डूब गए हैं जिससे सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दो उपनगरीय इलाकों में युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चलाने के लिए कल रात सेना और नौसेना को बुला लिया गया।
अदालत की फटकारः दो हफ्तों में शिमला एयरपोर्ट शुरू हो

अदालत की फटकारः दो हफ्तों में शिमला एयरपोर्ट शुरू हो

हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने शिमला सिविल एविएशन अधिकारियों को फटकार लगाते हुए 15 नवंबर तक शिमला एयरपोर्ट शुरू करने के आदेश दिए हैं। बीते दो सालों से बंद शिमला का जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट 15 नवंबर तक शुरू होने की उम्मीद है। शिमला शहर से 15 किलोमीटर दूर इस एयरपोर्ट के लिए वर्ष 2012 से उड़ानें बंद हैं।
मोबाइल बैंकिंग की सेंधमारी से सुरक्षा

मोबाइल बैंकिंग की सेंधमारी से सुरक्षा

नए जमाने की प्रौद्योगिकी में आप मोबाइल बैंकिंग और भुगतान के लिए अपने सेलफोन पर बहुत ज्यादा भरोसा करने लगे हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आपका फोन चोरी भी हो सकता है या गलत हाथों में भी जा सकता है और आपके खून-पसीने की कमाई पलक झपकते ही बर्बाद हो सकती है?
भारत लौटी गीता, लेकिन परिवार को नहीं पहचाना

भारत लौटी गीता, लेकिन परिवार को नहीं पहचाना

कई साल पहले ग़ुम होकर पाकिस्तान पहुंची मूक बधिर लड़की गीता आज भारत लौट आई है। लेकिन उसने अपने कथित परिवार को पहचानने से इंकार कर दिया है। फिल्‍म 'बजरंगी भाईजान' की वजह से गीता का मामला मीडिया में प्रमुखता से उठा था और आज वह अपने देश लौटने में कामयाब रही है। इस प्रकरण ने भारत और पाकिस्तान की जनता के दिलों को जोड़ने का काम भी किया है।
हाईप्रोफाइल एडवोकेट सिप्पी सिद्धू की चंडीगढ़ में हत्या

हाईप्रोफाइल एडवोकेट सिप्पी सिद्धू की चंडीगढ़ में हत्या

सुप्रीम कोर्ट के हाईप्रोफाइल एडवोकेट सुखमनप्रीत सिंह तलवंडी उर्फ सिप्पी सिद्धू की हत्या कर दी गई है। वह पंजाब के तलवंडी के रहने वाले थे। रविवार को देर रात गोलियों से छलनी उनका शव चंडीगढ़ के सेक्टर 27 के पार्क मे मिला।
वाड्रा की गांधीगिरी, एयरपोर्ट की VIP सूची से मिटाएंगे नाम

वाड्रा की गांधीगिरी, एयरपोर्ट की VIP सूची से मिटाएंगे नाम

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉर्बट वाड्रा अपना नाम उन अति महत्वपूर्ण लोगों की सूची से हटवाना चाहते हैं, जिनकी एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच नहीं की जाती। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि वह ऐसी योजना बना रहे हैं कि वह प्रत्येक एयरपोर्ट पर जाएं और वीवीआईपी सूची में दर्ज अपने नाम और सिग्नेचर पर सफेद टेप लगा दें।
क्‍यों मांगनी पड़ी पीएम को चंडीगढ़ के लोगों से माफी

क्‍यों मांगनी पड़ी पीएम को चंडीगढ़ के लोगों से माफी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चंडीगढ़ दौरा विवादों में घिरा गया है। मिली जानकारी के अनुसार, पीएम की यात्रा के दौरान सुरक्षा व्‍यवस्‍था के मद्देनजर लोगों को अंतिम संस्‍कार तक से वंचित रखा गया। शहर का प्रमुख शमशान घाट बंद करा दिया गया। इस दौरान ब्रिगेडियर देवेंद्र सिंह को उनके बेटे का अंतिम संस्‍कार भी नहीं करने दिया गया, जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चड़ीगढ़ के नागरिकों से खेद व्‍यक्‍त करना पड़ा।
पीएम का चंडीगढ़ दौरा: ‘मेरी जिंदगी की सबसे डरावनी रात’

पीएम का चंडीगढ़ दौरा: ‘मेरी जिंदगी की सबसे डरावनी रात’

चंडीगढ़ में एक न्यूज चैनल के पत्रकार अमित चौधरी जो अभी तक दूसरों की परेशानियों, उन पर हुए अत्याचारों को दिखाते और बताते रहे हैं, आज खुद उसका शिकार हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के चलते उनके साथ वो सब हुआ जिसे वह ‘तानाशाही, जुल्म, अत्याचार, प्रताड़ना और भयावह’ जैसे शब्दों के जरिये बयां करते हैं। यही नहीं, कारगिल युद्ध में देश के लिए दुश्मन से लोहा लेने वाले ब्रिगेडियर देवेंद्र सिंह के बेटे का निधन हो गया, उन्हें सेक्टर 25 के श्मशान घाट में बेटे का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया गया। क्योंकि प्रधानमंत्री की रैली के चलते श्मशान घाट को पार्किंग में बदल दिया गया था। सोशल मीडिया के चलते अमित और ब्रिगेडियर देवेंद्र की तकलीफ का पता हमें लग भी गया लेकिन हजारों-लाखों लोग ऐसे हैं जिनके पास अपनी तकलीफ और पीड़ा बताने के लिए स्मार्ट फोन और सोशल मीडिया का मंच नहीं है लेकिन असहनीय पीड़ा है।
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