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Search Result : "चुप क्यों"

सात दिन में बंद क्यों नहीं कर सकते सम-विषम योजनाः हाईकोर्ट

सात दिन में बंद क्यों नहीं कर सकते सम-विषम योजनाः हाईकोर्ट

दिल्ली उच्च न्यायालय ने जनता को हो रही असुविधा की बात कहते हुए दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार से पूछा है कि वह सम-विषम योजना को एक सप्ताह तक के लिए सीमित क्यों नहीं कर सकती? उच्च न्यायालय ने दिल्ली सरकार से कहा, आपको यह मानना होगा कि आपके पास जनता को लाने-ले जाने के लिए पर्याप्त सार्वजनिक परिवहन नहीं है।
अपनों पर हुई कार्रवाई से क्यों रुठ गए अखिलेश

अपनों पर हुई कार्रवाई से क्यों रुठ गए अखिलेश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पिछले 18 सालों से चले आ रहे सैफई महोत्सव के उद्घाटन समारोह में पहली बार नहीं पहुंचे। इतना ही नहीं महोत्सव के दूसरे दिन क्रिकेट मैच के उद्घाटन समारोह में भी नहीं पहुंचकर अखिलेश ने अपनी नाराजगी का इजहार कर दिया।
बच्चों क्यों देखोगे झांकी हिंदुस्तान की?

बच्चों क्यों देखोगे झांकी हिंदुस्तान की?

न जाने बच्चों की कितनी पीढ़ियां 1952 में आई फिल्म जागृति के गाने 'आओ बच्चो, तुम्हें दिखाएं...’ की समधुर धुन सुनकर देश को जाना होगा और शायद भूगोल और इतिहास की किताबों की तुलना में इन गानों के जरिये ज्यादा आसानी से अपने राष्ट्र पर गर्व महसूस किया होगा। ट्रेन यात्रा बच्चों के लिए हमेशा रोमांचक रही है।
डीडीसीए दूध का धुला है तो बीसीसीआई और हाईकोर्ट ने क्यों रोका: बेदी

डीडीसीए दूध का धुला है तो बीसीसीआई और हाईकोर्ट ने क्यों रोका: बेदी

पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी ने शुक्रवार को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राज्य सरकार को इस खेल संस्था में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिये अनुमति लेने की जरूरत नहीं है।
उत्तर प्रदेश में लोकायुक्त की नियुक्ति पर क्यों उठे सवाल

उत्तर प्रदेश में लोकायुक्त की नियुक्ति पर क्यों उठे सवाल

उत्तर प्रदेश में लोकायुक्त की नियुक्ति को लेकर चला आ रहा मामला फिर सवालों के घेरे में है। भले ही नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हुई है लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने इस नियुक्ति को लेकर सवाल उठाया है। सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला देते हुए रिटायर्ड जस्टिस वीरेंद्र सिंह को उत्तर प्रदेश का लोकायुक्त नियुक्त कर दिया।
क्यों आए सीबीआई के निशाने पर केजरीवाल के सचिव

क्यों आए सीबीआई के निशाने पर केजरीवाल के सचिव

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार सीबीआई के निशाने पर आने की लंबी कहानी है। राजेन्द्र कुमार की ईमानदार अधिकारियों के रूप में गिनती होती है लेकिन दूसरी ओर उन पर भ्रष्टाचार के कई आरोपों भी लगे हैं।
हेराल्ड मामले पर सोनिया और राहुल क्यों हुए हैं आक्रामक

हेराल्ड मामले पर सोनिया और राहुल क्यों हुए हैं आक्रामक

नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर सरकार और कांग्रेस के बीच तकरार बढ़ती जा रही है। कांग्रेस के निशाने पर सीधे तौर पर जहां प्रधानमंत्री कार्यालय है वहीं कांग्रेस से जुड़े कई वकील और कानून विशेषज्ञ अलग-अलग तरीके से कांग्रेस अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को बचाने में जुटे हुए हैं।
‘दादरी मसले पर दूसरों को चुप करा पीएम खुद कुछ बोलें’

‘दादरी मसले पर दूसरों को चुप करा पीएम खुद कुछ बोलें’

इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने भी आज देशभर में मुसलमानों समेत कमजोर तबकों पर हो रहे हमलों के खिलाफ दिल्ली और नागपुर में प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि बीते दिनों दादरी के गांव बिसहड़ा में गोमांस खाने और रखने की अफवाह के चलते 50 वर्षीय अखलाक अहमद की गांव के चरमपंथियों ने हत्या कर दी थी जबकि अखलाक का बेटा दानिश गंभीर रूप से घायल हो गया।
मेरी ही जासूसी क्यों-अनिल विज

मेरी ही जासूसी क्यों-अनिल विज

हरियाणा में कमल वाली सरकार आने के बाद से लेकर अभी तक कोई करिश्मा नहीं हुआ। वादों की जमीन बंजर है। लेकिन एक मंत्री ऐसे हैं जिनका अपने विभाग के काम को लेकर ऐसा जुनून है कि इतनी चर्चा सरकारी योजनाओं की नहीं होती जितनी उनके ट्वीट की हो जाती है। जब से इन्होंने पदभार संभाला है तब से छापे और बर्खास्तगियां आम बात है। वह कभी अस्पताल तो कभी सचिवालय की छत पर खुद चढक़र पानी की टंकी साफ करने लगते हैं। स्वास्थ्य विभाग में इनका ऐसा हौवा है कि हरियाणा में एक जुमला कहा जाने लगा है, ‘भाग नहीं तो अनिल विज आ जाएगा’। पांच दफा विधायक चुने जा चुके साफ-सुथरी छवि के विज ने न तो सरकारी मकान लिया, न टेलीफोन सुविधा। गलत निर्णयों में अपनी ही सरकार की ऐसी-तेसी करने से भी नहीं डरते।