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नए तेवर की जरूरत है: जयराम रमेश

नए तेवर की जरूरत है: जयराम रमेश

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को छुट्टी पर भेजा गया और ठीक उसी समय भू-अधिग्रहण के खिलाफ कांग्रेस जंतर-मंतर पर उतरी, उससे लगता है कि पार्टी में बड़े रद्दो-बदल की तैयारी है। कांग्रेस में सांगठनिक चुनाव सितंबर में होने है लेकिन उसकी तैयारी पहले से दिखाई दे रही है। संसद के भीतर लंबे समय बाद कांग्रेस सांसद सक्रिय नजर आ रहे है। एक तरफ राहुल गांधी भूमि अधिग्रहण के खिलाफ मोर्चा खोलते हैं, वहीं पूर्व मंत्री और गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले जयराम रमेश के इस मुद्दे पर पगड़ी पहनाई गई।
भूमि अध्यादेश के खिलाफ प्रदर्शन में सोनिया

भूमि अध्यादेश के खिलाफ प्रदर्शन में सोनिया

भूमि अध्यादेश के खिलाफ संसद के अंदर और बाहर विरोध जारी है। आज कांग्रेस पार्टी ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी इसमें हिस्सेदारी की।
अण्णा समर्थकों ने उतरवाईं आप की टोपियां

अण्णा समर्थकों ने उतरवाईं आप की टोपियां

भूम‌ि अध‌िग्रहण अध्यादेश वापस लेने के मुद्दे एक मंच पर जहां द‌िल्ली के मुख्यमंत्री अरव‌िंद केजरीवाल अपने व‌िधायकों सह‌ित अण्णा हजारे का समर्थन करते नजर आए तो दूसरे मंच यान‌ी अण्णा के मंच पर आम आदमी पार्टी के सदस्यों और अण्णा समर्थकों के बीच व‌िवाद हो गया। अण्णा समर्थक काफी गुस्से में नजर आए। अरव‌िंद केजरीवाल ने अण्णा के मंच के दूसरी ओर लगे जनआंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय (एनएपीएम) के मंच पर अण्णा को समर्थन देने की घोषणा की।
भूमि अधिग्रहण पर संसद में हंगामा

भूमि अधिग्रहण पर संसद में हंगामा

संसद के बजट सत्र में भूमि अधिग्रहण सहित कई मुद्दों को लेकर विपक्ष का हंगामा जारी है। विपक्षी नेताओं ने भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि भूमि अधिग्रहण बिल किसानों के विरोध में है।
अन्ना आंदोलन में हिस्सा लेंगे केजरीवाल

अन्ना आंदोलन में हिस्सा लेंगे केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यहां जंतर मंतर पर भूमि अध्यादेश के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के विरोध प्रदर्शन में भाग लेंगे।
जन्तर-मन्तर पर फिर अन्ना आंदोलन

जन्तर-मन्तर पर फिर अन्ना आंदोलन

भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ अन्ना हजारे का आंदोलन जारी है। देश भर से किसान संगठनों का आना जारी है। आज शाम चार बजे तक जंतर-मंतर पर अन्ना को सुनने वालों की तादाद करीब पांच हजार थी। इससे पहले लोकपाल बिल के लिए जब अन्ना हजारे ने आंदोलन शुरू किया था तो उस आंदोलन ने देश की में राजनीति भूचाल ला दिया था। उस समय न केवल आंदोलन की गूंज दूर तक गई थी बल्कि अन्ना टीम के कई सदस्यों को राजनीति में पैर रखने के लिए नया फलक भी मिला। आज वे सदस्य राजनीति ने नए हीरो हैं। शायद इस दफा आंदोलन का कोई राजनीतिक फायदा न उठा सके इसके लिए अन्ना ने किसी को भी मंच सांझा नहीं करने दिया। मंच सिर्फ अन्ना और उनका निजी कामकाज देख रहे दत्ता अवारी ही थे।
अन्ना के साथ क‌िसान नहीं: बीकेयू

अन्ना के साथ क‌िसान नहीं: बीकेयू

जंतर-मंतर पर भूम‌ि अध‌िग्रहण के मुद्दे पर अन्ना आंदोलन जारी था और इधर द‌िल्ली के कॉन्सटीट्यूटशन क्लब में क‌िसानों के हकों की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले क‌िसान संगठन भारतीय क‌िसान यून‌ियन (बीकेयू) की इसी मुद्दे पर अलग से प्रैसवार्ता चल रही थी। अन्ना आंदोलन से जुड़े लोगों का कहना था क‌ि उनके साथ देशभर के सभी क‌िसान संगठन हैं जबक‌ि क‌िसानों का महत्वपूर्ण संगठन बीकेयू इसी मुद्दे पर अन्ना से अलग रहा।
केजरी, किरण को अण्णा का न्योता नहीं

केजरी, किरण को अण्णा का न्योता नहीं

अण्णा हजारे का 23-24 फरवरी को दिल्ली के तर-मंतर पर होने वाला आंदोलन सांकेतिक आंदोलन होगा। भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ, किसानों के हक को लेकर इस धरने में देशभर से लोग जुटेंगे। सरकार ने अगर तीन महीने तक आंदोलकारियों की प्रस्तावित मांगों पर गौर नहीं किया तो रामलीला मैदान में अनिश्चिकालीन धरना दिया जाएगा।
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