दो काव्य-संग्रह, नदी के पार नदी (2002), नेशनल पब्लिशिंग हाउस, नई दिल्ली, मैं सड़क हूं (2011), बोधि प्रकाशन, जयपुर से प्रकाशित। देश की सभी महत्वपूर्ण पत्र-पत्रिकाओं में कविताएं,आलेख,समीक्षाएं प्रकाशित। कुछ संपादित संग्रहों में कविताओं का चयन। हिंदी समय, (महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा) पर काव्य संग्रह' मैं सड़क हूं' की ई पुस्तक सहित कई कविताएं शामिल। कुछ कहानियां/लघु-कथाएं प्रकाशित। दूरदर्शन/आकाशवाणी से कविताओं/कहानियों का प्रसारण।
आजादी के बाद हिंदी साहित्य में जिन पत्रिकाओं ने अपनी विशिष्ट पहचान बनाई उनमें 'पहल' का नाम उल्लेखनीय है। यह पत्रिका अपने वैचारिक तेवर और प्रतिबद्धता के लिए विशेष रूप से जानी जाती है। हिंदी की इस चर्चित पत्रिका ने प्रकाशन के चालीस साल पूरे कर लिए हैं। इस पत्रिका ने देश के चार दशकों के राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक जीवन और इतिहास को भी समेटा है। हाल ही में इसका सौवां अंक आया। इस मौके पर जबलपुर में एक समारोह भी आयोजित किया गया।
दौसा में हुए सड़क हादसे और एक बच्ची की मौत के मामले में आज भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने बच्ची के पिता को ही उसकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। सनसनी फैलाने के लिए हेमा ने मीडिया के रुख की भी कड़ी आलोचना की है।
व्यापमं घोटाले की कवरेज पर गए टीवी पत्रकार की संदिग्ध मौत के बाद अब घोटाले की जांच से जुड़े जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन का शव दिल्ली यरपोर्ट के पास एक होटल में मिला है। हैरानी की बात है कि इसी मेडिकल कॉलेज की पूर्व डीन की मौत भी रहस्यमय तरीके से हुई थी। अब तक इस घोटाले से जुड़े 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
जयपुर-आगरा हाईवे पर भाजपा सांसद व अभिनेत्री हेमा मालिनी की मर्सेडीज और एक ऑल्टो कार में जबदरस्त टक्कर हुई। हादसे में एक बच्ची की मौत हो गई है, जबकि हेमा मालिनी समेत पांच लोग घायल हैं। हेमा मालिनी के ड्राइवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ ओवरस्पीड से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज किया गया है।
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के तीन उपमंडलों में सोमवार रात से भारी बारिश के कारण विभिन्न स्थानों पर हुए भूस्खलन में कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लापता हैं। दार्जिलिंग जिले के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और कर्सियांग में 25 स्थानों पर भूस्खलन की खबर है।
आज सुबह इलाहाबाद के बाद वायु सेना का एक जगुआर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे से ठीक पहले विमान के दोनों पायलट सुरक्षित कूदने में कामयाब रहे और कोई हताहत नहीं हुआ है।