राजस्थान पुलिस के आतंक निरोधी दस्ते ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के लिए काम करने, इंटरनेट पर इसका प्रचार-प्रसार करने और लोगों को इसके जुड़ने के लिए प्रेरित करने के आरोप में मोहम्मद सिराजुद्दीन नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। सिराजुद्दीन जयपुर में सरकारी उपक्रम इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन का मार्केटिंग मैनेजर है।
जयपुर-अजमेर के बीच गांव अछोकड़ा की चालीस वर्षीय जन्नतबानो आज से पांच साल पहले भेड़ें चराने का काम करती थी। गांव के किसी भी गरीब परिवार के ताने-बाने जैसी ही थी जन्नतबानों की पारिवारिक कहानी भी लेकिन भेड़ चराने को अपनी किस्मत न मानकर उसने वो किया, जिसे औरतें बहुत कम करती हैं। अपनी कोशिशों और लगन से आज वह गांव की सोलर मैकेनिक बन गई है।
देश में गोमांस पर छिड़ी बहस के बीच जयपुर में गाय को बचाने का संदेश देने वाली कलाकृति पर विवाद खड़ा हो गया। इस मामले में पुलिस ने दो कलाकारों को हिरासत में ले लिया। हालांकि, बाद में खुद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने घटना पर खेद व्यक्त किया है।
रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप सम्मिट में देश दुनिया के धनकुबेरों का दो दिवसीय मिलन जयपुर में हुआ। राजस्थान सरकार द्वारा पूंजी निवेश को आकर्षित करने के उद्देश्य से किए गए इस आयोजन में 300 निवेश करार हुए जिनसे 4 लाख करोड़ का निवेश राज्य में आने की संभावना बनती दिखाई दे रही है। इतना ही नहीं बल्कि इससे ढाई लाख लोगों को रोजगार मिलने का भी दावा किया जा रहा है। अनुमान है कि रिसर्जेंट राजस्थान के इस आयोजन पर राज्य सरकार ने 200 करोड़ रुपये खर्च किया है। यह खर्च है कोई निवेश नहीं है। जनता की गाढ़ी कमाई का यह पैसा सिर्फ मेहमान नवाजी पर ही खर्च हो गया है। जयपुर की जनता को दो तीन दिन जो असुविधाएं झेलनी पड़ी वह तो अलग ही हैं। लोग पूछ रहे हैं कि जिस मुख्यमंत्री को अपने राज्य की जनता से मिलने तक कि फुर्सत नहीं होती है, कभी-कभार ही सभाओं में उनके दर्शन हो पाते हैं, वह पूंजीपतियों के मध्य कितनी आसानी से उपलब्ध हैं। यह अवसर राजस्थान के उन मतदाताओं को क्यों नहीं मिल पाता है जिन्होंने वोट दे कर प्रचंड बहुमत से उनकी सरकार चुनी है।
मुंबई में एक साहित्य समारोह के दौरान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर हो रही बहस तब गरमा गई जब अनुपम खेर ने मंच से आरोप लगा दिया कि कार्यक्रम में किराए की भीड़ लाई गई है।
मुख्यधारा के कलाकारों कंगना रणौत, राजकुमार राव, आलिया भट्ट और सिद्धार्थ मल्होत्रा ने 17वें जियो मामी मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में शिरकत करते हुए इस आयोजन के प्रति अपना समर्थन जताया। यह आयोजन स्वतंत्र फिल्मकारों को अपना काम दिखाने के लिए मंच उपलब्ध करवाता है।
यह पहला मौका था कि किसी अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रीय राजधानी के बजाय जयपुर को चुना गया था। इस सम्मेलन मे भाग लेने के लिए 14 देशों के राष्ट्राध्यक्ष पहले ही जयपुर पहुंच चुके है।