जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में भाग लेने फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की है।
अत्यधिक विदेश यात्राओं को लेकर विपक्ष के निशाने पर चल रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पेरिस रवाना हो गए हैं। प्रधानमंत्री पिछले सप्ताह ही अपने चार दिन के मलेशिया और सिंगापुर दौरे से लौटे थे।
देश में गोमांस पर छिड़ी बहस के बीच जयपुर में गाय को बचाने का संदेश देने वाली कलाकृति पर विवाद खड़ा हो गया। इस मामले में पुलिस ने दो कलाकारों को हिरासत में ले लिया। हालांकि, बाद में खुद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने घटना पर खेद व्यक्त किया है।
तुर्की के पर्यटन स्थल के रूप में मशहूर अंताल्या में दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आए विश्व की 20 शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं ने पेरिस हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक प्रयासों का आह्वान किया।
मैं अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में दिए जाने वाले स्वेरिग्स रिक्सबैंक पुरस्कार, 2015 से पुरस्कृत किए जाने को लेकर रोमांचित हूं। मैं इसे लेकर ज्यादा रोमांचित हूं कि नोबेल समिति ने भारत पर किए गए मेरे और मेरे सहयोगियों के कार्य को रेखांकित किया है।
बीफ खाने के मुद्दे ने इन दिनों देश को आंदोलित कर रखा है जहां लगभग सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। धार्मिक रूप से बीफ सेवन वर्जित होना इस मुद्दे का एक आयाम हो सकता है लेकिन बीफ सेवन के खिलाफ एक और बेहद मजबूत पहलू यह है कि यह पर्यावरण के अनुकूल भी नहीं है।
द्विपक्षीय संबंधों में ठहराव के बीच प्रधानमंत्राी नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा शिखर सम्मेलन में एक-दूसरे के सामने पड़े और दोनों ने हाथ हिलाकर एक दूसरे का अभिवादन किया। लेकिन दोनों नेताओं ने इसके अलावा कोई गर्मजोशी नहीं दिखाई और इनके हाथ तक नहीं मिले।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आयरलैंड और अमेरिका की हफ्ते भर की यात्रा के बाद स्वदेश के लिए रवाना हो गए हैं। मोदी ने भारत रवाना होने से पहले ट्वीट किया, मेरे अमेरिकी दौरे ने हमारे संबंधों की विशिष्ट गहराई और विविधता जाहिर की। मुझे कई कार्यक्रमों में शामिल होने का सुअवसर मिला, जिनमें से प्रत्येक ने कई सकारात्मक नतीजे दिए। इनका भारत को लाभ मिलेगा। अपने शानदार स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए उन्होंने अमेरिकी जनता को धन्यवाद दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में 10वें विश्व हिन्दी सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि भाषा की भक्ति बहिष्कृत करने वाली नहीं होनी चाहिए बल्कि यह सम्मिलित करने वाली होनी चाहिए। हिंदी उनकी मातृभाषा नहीं है लेकिन उन्हें हिंदी की ताकत का अहसास है। हिंदी के बिना आज वह यहां तक नहीं पहुंचते।
हमेशा नई पीढ़ी को प्रेरणा देने वाले पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को पूरा देश सलाम कर रहा है। उनके सम्मान में तरह-तरह के अभियान शुरू हो चुके हैं। कोई महात्मा गांधी की तरह उनकी तस्वीर वाले रुपये के नोट छापने की मांग कर रहा है तो कुछ लोग औरंगजेब रोड का नाम बदलकर कलाम के नाम पर रखने की वकालत कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर उनकी याद में एक पेड़ लगाने के लिए भी एक ऑनलाइन कैंपेन शुरू किया गया है। केंद्र सरकार पहले ही राष्ट्रीय आविष्कार मिशन का नाम कलाम के नाम पर रखने का ऐलान कर चुकी है। लेकिन जिस तरह पूरे देश में मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के प्रति सम्मान की लहर दौड़ रही है, आने वाले दिनों में कलाम के नाम पर अभियानों की बाढ़ आ सकती है।