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Search Result : "जितेंद्र सिंह"

अखिलेश सरकार के चार साल : उपलब्धियों के साथ वादे निभाने की चुनौतियां भी

अखिलेश सरकार के चार साल : उपलब्धियों के साथ वादे निभाने की चुनौतियां भी

ग्रामीण जनाधार वाली पार्टी की पहचान से इतर नया कलेवर लेकर उत्तर प्रदेश की सत्ता में आयी समाजवादी पार्टी सरकार मंगलवार को अपने गठन के चार साल पूरे कर लेगी। इस दौरान अखिलेश यादव सरकार ने जहां प्रदेश को तरक्की के रास्ते पर ले जाने के कई अच्छे प्रयास किये वहीं कानून-व्यवस्था इस पूरी अवधि में बड़ा सवाल बनी रही।
कहानी - फिर भी यह मन

कहानी - फिर भी यह मन

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की रुद्रपुर तहसील के एक गांव सिलहटा में जन्म। बी.ए. तक की पढ़ाई गांव और गोरखपुर में। जवाहर लाल विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से हिन्दी साहित्य में एम.ए., एम.फिल और पी-एच.डी.। इन दिनों हालचाल, अनभै कथा, असुंदर सुंदर, बिल्कुल तुम्हारी तरह, कायांतरण कविता संग्रह। हिंदी के साथ-साथ भोजपुरी में भी लेखन। कुछ कविताएं अंग्रेजी, मराठी, उर्दू, उड़िया और पंजाबी में अनूदित। लंबी कविता सोनचिरई की कई नाट्य प्रस्तुतियां। आलोचना पर पुस्तकें - भारतीय समाज, राष्ट्रवाद और प्रेमचंद, शब्दों में समय, आलोचना का मानुष-मर्म, सर्जक का स्वप्न, विचारधारा, नए विमर्ष और समकालीन कविता, उपन्यास की परिधि। प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका ‘उम्मीद’ का संपादन। कविता के लिए भारत भूषण अग्रवाल सम्मान और आलोचना के लिए देवीशंकर अवस्थी सम्मान सहित हिंदी अकादमी दिल्ली का ‘कृति सम्मान’, उ.प्र. हिंदी संस्थान का ‘रामचंद्र शुक्ल पुरस्कार’, उ. प्र. हिंदी संस्थान का ‘विजयदेव नारायण साही पुरस्कार’, भारतीय भाषा परिषद्, कोलकाता का युवा पुरस्कार, डॉ. रामविलास शर्मा आलोचना सम्मान और परंपरा ऋतुराज सम्मान।
दिल्ली में गरीबों के लिए मकान तो बने लेकिन आवंटन नहीं हो पाए

दिल्ली में गरीबों के लिए मकान तो बने लेकिन आवंटन नहीं हो पाए

दिल्ली के आरके पुरम की झुग्गियों में रहने वाले फिरत ने पांच साल पहले इस उक्वमीद से राजीव आवास योजना के लिए आवेदन किया कि उसे रहने लिए एक घर मिल जाएगा। इसी तरह का दर्द कल्याणपुरी की झुग्गियों में रहने वाले महेश कुमार का है। यह दर्द केवल फिरत और महेश का ही दर्द नहीं है बल्कि दिल्ली के उन 16 लाख से अधिक उन आवेदकों का दर्द है जिनसे आवास के नाम पर पैसा तो जमा करा लिया गया लेकिन न तो ड्रा निकला और न ही आवंटन हुआ।
कागजों में खुशहाल खेतों में बदहाल

कागजों में खुशहाल खेतों में बदहाल

सरकारी आंकड़ों का दावा है कि गेहूं और लहसुन उत्पादन में प्रदेश अव्वल रहा है और प्रधानमंत्री तक ने किसानों की सुध लेने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की राह अपनाई है
विजेंदर के मुक्कों से ध्वस्त हुआ होर्वाथ

विजेंदर के मुक्कों से ध्वस्त हुआ होर्वाथ

लिवरपूल। भारतीय मुक्केबाजी स्टार विजेंदर सिंह का विजयी अभियान जारी है और इसी कड़ी में उन्होंने आज यहां हंगरी के अलेक्जेंडर होर्वाथ को तीन राउंड तक चले मुकाबले में हरा दिया। प्रोफेशनल मुक्केबाजी के नॉकआउट चरण में यह उनकी लगातार चौथी जीत है। विजेंदर को उनके प्रतिद्वंद्वी ने अच्छी चुनौती दी लेकिन तीसरे राउंड में भारतीय स्टार ने उन्हें हराने में कामयाबी हासिल की।
पंजाब चुनाव को लेकर कांग्रेस में मंथन, मनीष तिवारी को बैठक में नहीं बुलाया

पंजाब चुनाव को लेकर कांग्रेस में मंथन, मनीष तिवारी को बैठक में नहीं बुलाया

पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस रणनीति बनाने में जुट गई है। इसी क्रम में पार्टी ने पंजाब के वरिष्ठ नेताओं से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और चुनाव प्रबंधन के विशेषज्ञ प्रशांत किशोर के साथ मुलाकात की। वहीं पार्टी प्रवक्ता और पूर्व सांसद मनीष तिवारी को बैठक से दूर रखा गया।
भाजपा-सपा का गठजोड़

भाजपा-सपा का गठजोड़

उत्तर प्रदेश के विधान परिषद के चुनाव में जिस तरीके से भाजपा उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस किया उसे लेकर सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा है कि कहीं यह सपा-भाजपा का गठजोड़ तो नहीं है। क्योंकि भाजपा ने बड़े जोर-शोर से विधान परिषद का चुनाव लडऩे की तैयारी की।
शिवपाल सिंह यादव का खास जन्मदिन

शिवपाल सिंह यादव का खास जन्मदिन

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव ने लखनऊ के साथ-साथ दिल्ली के एक नामी-गिरामी होटल में भी अपना जन्मदिन मनाया।
कांग्रेस के सहयोगी करूणा बोले रिहा करें राजीव की हत्या के दोषियों को

कांग्रेस के सहयोगी करूणा बोले रिहा करें राजीव की हत्या के दोषियों को

राजीव गांधी हत्याकांड के दोषियों की रिहाई की मांग को लेकर राजनीति तेज होती जा रही है। अब तमिलनाडु में कांग्रेस की सहयोगी डीएमके के नेता एम करुणानीधि ने केंद्र और राज्य से राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा करने की मांग की है।
समीक्षा - हड़बड़ाई सी ‘जबान’

समीक्षा - हड़बड़ाई सी ‘जबान’

पटकथा लेखक और निर्देशक मोजेज सिंह की फिल्म जबान कहीं लड़खड़ाती है तो कहीं एक धुन में पूरा गीत गा लेती है। जबान की खासियत इसकी कहानी हो सकती थी, जो कि हो न सकी।
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