लेफ्ट का गढ़ माने जाने वाले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रसंघ चुनाव में वामपंथी छात्र संगठनों का दबदबा कायम है। सेंट्रल पैनल की चारों सीटों पर वाम गठबंधन की जीत हुई। एबीवीपी दूसरे स्थान पर रही है जबकि बापसा जेएनयू में बड़ी ताकत बनकर उभरा।
जेएनयू में वामपंथ को न मानने वालों के बीच एक ज़ुमला खासा मशहूर है कि देश भर के लेफ्टिस्टों को एक पिंजरे में बंद करने के लिए इंदिरा गाँधी ने जेएनयू बनाया। जेएनयू ही वो जगह है जहाँ (1969 से 2016 तक एक उदाहरण को छोड़कर जब 2001 में एबीवीपी के संदीप महापात्र कुछ वोटों से जीत गए थे) चुनाव दर चुनाव वामपंथ अपना किला सलामत रख सका है।
मध्य प्रदेश में अपने प्यार के लिए जान देने वाले प्रेमी युगल की याद में मंगलवार को पत्थरबाजी की परंपरा निभाई गई, जिसमें 259 लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से चार की हालत गंभीर है।
कहा गया था कि चंडीगढ़ के सरकारी मॉडल सीनियर सेकेंड्री स्कूल से अभी आईटी स्ट्रीम से बारहवीं करने वाले हर्षित शर्मा को गूगल में नौकरी मिल गई है। यहां हर महीने उसकी तनख्वाह 12 लाख रुपए होगी।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दौरों के समय प्रशासन की ओर किए जाने वाले विशेष इतंजामों पर नाराजगी जताई है। सीएम योगी के दौरों पर अब एयरकंडीशनर, एयर कूलर, रेड कारपेट, भगवा तौलिया और परदे नहीं दिखाई देंगे।