नौवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। साथ ही, ब्रिक्स के बाकी सदस्य देशों के नेताओं ने भी आतंकवाद की कड़ी निंदा की और इसके किलाफ ऐक्शन लेने की जरूरत पर जोर दिया।
पाक अधिकृत कश्मीर में भारतीय सेना की ओर से किए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की आईएसआई जवाब देने के लिए बेचैैन है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की ये खुफिया एजेंसी भारत में आतंकी हमले करवा कर बदला लेने की फिराक में है।
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण कैंप अब राजस्थान से लगी पाक सीमा पर शिफ्ट हो रहे हैं। यह गतिविधि पिछले एक माह से चल रही है। खुफिया एजेंसियों से सूचना मिलने के बाद पश्चिमी सीमा पर तैनात सेना, बीएसएफ और राजस्थान पुलिस इस हरकत पर सावधान हो गई है। प्रदेश के एक आला पुलिस अधिकारी का कहना है कि सीमा पर सैन्य कैम्प शिफ्ट करने के लिए पाकिस्तानी सरकार समाजसेवा का बहाना बनाकर इजाजत दे रही है।
उरी अटैक के बाद अपने पहले भाषण में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत पाकिस्तान को विश्व बिरादरी में अलग-थलग करने में कामयाब होगा। जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर से सुरक्षाबलों जैश-ए-मुहम्मद के दो गाइड को गिरफ्तार किया है। आशंका है कि दोनों ने आतंकियों को सीमा पार कराने में मदद दी। सूत्रों के मुताबिक, इन दोनों को मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर ने खुद ट्रेनिंग दी। दोनों ने 12 से 18 आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराया। सेना इस बात की जांच कर रही है कि क्या उरी अटैक के हमलावर भी इन्हीं की मदद से भारत की सीमा पार किए थे।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जैश-ए-मुहम्मद के सरगना और पठानकोट आतंकी हमले के मास्टमाइंड मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी घोषित करवाने के भारत के प्रयास को चीन की ओर से बाधित किए जाने का मुद्दा आज अपने चीनी समकक्ष वांग यी के समक्ष पुरजोर ढंग से उठाया। सुषमा ने रूस-भारत-चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्रियों की त्रिपक्षीय बैठक से इतर वांग के साथ हुई द्विपक्षीय बैठक में यह मुद्दा उठाया।
भारत के पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमलों की पृषठभूमि में पाकिस्तान के एक मंत्री ने कहा है कि कुछ तत्व भारत-पाक शांति वार्ता को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। साथ ही मंत्री ने कहा कि इन हरकतों के बावजूद वे लोग अपने नापाक इरादों में कामयाब नहीं होंगे।