प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दलितों के मुद्दे पर दिए गए बयान पर केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा है कि इसका बड़ा कारण उत्तरप्रदेश का चुनाव है। विश्व आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में हिस्सा लेने रायपुर पहुंचे कुलस्ते ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश चुनाव को देखते हुए पीएम माेदी ने इस तरह का बयान दिया है।
कश्मीर का दर्द संपूर्ण भारत समझ सकता है। जम्मू-कश्मीर को भारत के अभिन्न नाजुक अंग की तरह हर भारतीय प्यार करता है। कश्मीर की वादियां केसर और सुंदर फूलों की खुशबू के साथ गौरवशाली संस्कृति के रूप में मानी जाती है। इसलिए मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सोमवार को हुए विचार-विमर्श के बाद यह शुभ संकेत है कि अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल की तरह वर्तमान सरकार भी कश्मीरी हितों को प्राथमिकता देकर सभी संगठनों से संवाद बढ़ाएगी।
दिग्गज एथलीट मिल्खा सिंह ने मंगलवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) पर जमकर हमला बोला और उसे रियो ओलंपिक में भारतीय खिलाडि़यों के खराब प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया।
गाय, गोरक्षा और दलित उत्पीड़न के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर में जारी हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मंगलवार को स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद की मध्यप्रदेश के अलिराजपुर स्थित जन्मस्थली भाबरा गांव पहुंचकर मोदी ने ’70 साल आजादी, याद करो कुर्बानी’ कार्यक्रम की शुरुआत की और देश की आजादी के लिए अपनी दजान देने वाले इस अमर शहीद को श्रद्धांजलि दी।
लोकसभा में मंगलवार को एक दिलचस्प वाक्या तब सामने आया जब सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने जैव विविधता उद्यानोंं से संबंधित प्रश्न के तहत उत्तरप्रदेश के इटावा में लायन सफारी में दो शेरों की मौत का विषय उठाया और बेहद दुखी स्वर में कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी द्वारा भेंट किये गए दो शेर मर गए।
कश्मीर में तनाव के बीच सोमवार को कर्फ्यू का 31वां दिन रहा। यहां हिंसा की वारदातों में मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद कहा हैै कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यकाल में ली गई पहल को दोहराने की जरूरत है।
दलितों पर हमले के मुद्दे की गर्माहट सोमवार को लोकसभा में महसूस की गई। कांग्रेस सदस्यों ने प्रधानमंत्री से सदन में बयान देने की मांग करते हुए न केवल अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी की बल्कि बाद में वे सदन से वाकआउट भी कर गए। कांग्रेस सदस्यों ने प्रधानमंत्री से मांग की कि भाषण देने की बजाय कार्रवाई करें।