Advertisement

Search Result : "ट्विटर सोशल मीडिया"

चर्चाः लिबास नहीं काम देखो | आलोक मेहता

चर्चाः लिबास नहीं काम देखो | आलोक मेहता

सोशल मीडिया से जागरुकता बढ़नी चाहिए अथवा संकीर्ण विचारों को फैलाया जाए? यह सवाल विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज की ईरान यात्रा के दौरान राष्‍ट्रपति हसन रूहानी से मुलाकात के दौरान पहनी लिबास पर सोशल मीडिया में चली निरर्थक बहस से उठता है।
90 वर्षीय रोजी गोलमान 'बच्चों के नोबल पुरस्कार' के लिए नामांकित

90 वर्षीय रोजी गोलमान 'बच्चों के नोबल पुरस्कार' के लिए नामांकित

जर्मनी में अंधेरी-हिल्फे संगठन की 90 वर्षीय संस्थापक रोजी गोलमान को वर्ल्ड्स चिल्ड्रेन्स प्राइज के लिए नामांकित किया गया है। लाखों बच्चे मिलकर इस पुरस्कार के विजेता का चुनाव करेंगे जिसे पूरी दुनिया की मीडिया द्वारा चिल्ड्रेंस नोबल प्राइज कहा जाता है।
भारत में असहिष्णुता का माहौल नहीं: जेटली

भारत में असहिष्णुता का माहौल नहीं: जेटली

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि भारत में अलग-अलग राजनीतिक दल के लोगों के गैर जिम्मेदाराना बयान देने जैसी छिटपुट घटनाएं हो सकती हैं लेकिन इसे देश में असहिष्णुता के माहौल के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। वरिष्ठ भाजपा नेता ने इस तरह की घटनाओं को बहुत खराब बताया लेकिन कहा कि भारत जैसे बड़े देश में ये बहुत कम होती हैं।
एनआईटी: छात्रों ने परीक्षाएं टालने की मांग की

एनआईटी: छात्रों ने परीक्षाएं टालने की मांग की

एनआईटी श्रीनगर परिसर में तनाव के बीच दूसरे राज्यों के छात्रों ने मांग की है कि स्थिति के सामान्य होने तक सोमवार से शुरू हो रही परीक्षाओं सहित संस्थान में शिक्षण गतिविधियों को टाल दिया जाना चाहिए। दूसरे राज्यों के विद्यार्थियों में लड़कियां भी शामिल हैं और वे विरोध प्रर्दशन कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि कालेज और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि उनकी मांग पर चर्चा संभव नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र में पहली बार मनाई जाएगी अंबेडकर जयंती

संयुक्त राष्ट्र में पहली बार मनाई जाएगी अंबेडकर जयंती

संयुक्त राष्ट्र में पहली बार भारतीय संविधान के रचयिता और दलित अधिकार कार्यकर्ता बी आर अंबेडकर की जयंती मनाई जाएगी जिसमें सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) हासिल करने के लिए असमानताओं से लड़ने पर ध्यान दिया जाएगा।
खोजी पत्रकारिता की असलियत

खोजी पत्रकारिता की असलियत

'पनामा पेपर्स’ ने विकीलीक्स‍ से ज्यादा विश्वभर में हलचल पैदा की है। भारत में भी क्योंकि 500 से ज्यादा भारतीयों के विदेशी कंपनियों में हिस्सेदारी होने के कागजातों का खुलासा हुआ है। लेकिन मेरा मानना है कि यह भारतीय खोजी पत्रकारिता की बहुत अच्छी मिसाल नहीं है। कारण दुनिया भर के तथाकथित खोजी पत्रकारिता के 'स्टार अलाइंस’ ने जो दस्तावेज एकत्रित किए, उनको हमारे अखबारों ने हूबहू छाप दिया है। उनकी आगे से कोई खोजबीन नहीं की। मीडिया अब भी, ज्यादातर घटनाओं में, सरकारी एजेंसियों एवं कचहरी द्वारा प्राप्त किए कागजातों को अपने सूत्रों के हवाले से छापकर वाहवाही लूटने की कोशिश करता है। ज्यादातर 'खोजी खबरें’ प्लेट में सजी-सजाई मिलती हैं।
मोदी सरकार पर बरसे उद्धव, बोले सरकार के प्रति लोगों में भारी रोष

मोदी सरकार पर बरसे उद्धव, बोले सरकार के प्रति लोगों में भारी रोष

भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार पर उसकी प्रमुख सहयोगी शिवसेना ने आज कई मुद्दों को लेकर तीखा हमला किया। पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने विदेश यात्राओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उपहास उड़ाते हुए दावा किया कि इस सरकार के प्रति देश में भारी रोष है।
राजनीतिक जंग का सबसे अहम मैदान सोशल मीडिया

राजनीतिक जंग का सबसे अहम मैदान सोशल मीडिया

अब राजनीतिक चुनाव सिर्फ सभाओं, जुलूसों, नारेबाजियों और पोस्टरों के जरिये नहीं लड़े जाते हैं। इस जंग का एक और ऐसा मैदान है जो दिखाई तो नहीं देता लेकिन वहां महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस होती है। जनमत बनता है। जंग का यह नया मैदान सोशल मीडिया है। इस नए मैदान की लागत कम है और इसका फल इस मायने में मीठा है कि यह जनता को प्रभावित करने की जबरदस्त क्षमता रखता है। आज लगभग तमाम केंद्रीय मंत्री, सरकार, राज्य सरकारें, छोटे-बड़े नेता, विधायक, सांसद, मंत्रालय और राजनीतिक पार्टियों समेत देश की तमाम प्रभावशाली हस्तियां सोशल मीडिया का प्रयोग कर रही हैं।
चर्चाः उठ रहा पर्दा काले खातों का | आलोक मेहता

चर्चाः उठ रहा पर्दा काले खातों का | आलोक मेहता

भारतीय नेता यूं मीडिया को हर बात पर कोसते रहते हैं। लेकिन उन्हें कभी-कभी ईमानदार और साहसपूर्ण पत्रकारिता की तारीफ भी कर देनी चाहिए। आखिरकार बोफोर्स, टू जी स्पेक्ट्रम, कोयला घोटाले और विदेश में जमा काले धन और बैंक खातों का पर्दाफाश भारत के खोजी पत्रकारों ने ही किया है।
एचसीयू: कुलपति को हटाने की मांग, छात्रों ने घेरा प्रशासनिक भवन

एचसीयू: कुलपति को हटाने की मांग, छात्रों ने घेरा प्रशासनिक भवन

हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (एचसीयू) के दर्जनों छात्रों ने आज विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन का घेराव किया और कुलपति अप्पा राव पोडिले को तत्काल पद से हटाने और बाहरी लोगों के परिसर में प्रवेश करने पर लगी रोक हटाने की मांग की।
Advertisement
Advertisement
Advertisement