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Search Result : "डिएगो माराडोना का निधन"

आजाद हिंद फौज के आखिरी सिपाही डैनियल काले का निधन

आजाद हिंद फौज के आखिरी सिपाही डैनियल काले का निधन

आजाद हिंद फौज के वयोवृद्ध सिपाही डैनियल काले का लंबी बीमारी के बाद कोल्हापुर में निधन हो गया। उनके बारे में कहा जाता है कि वे आजादी के संघर्ष के लिए गठित आजाद हिंद फौज के आखिरी जीवित सदस्य थे।
दुनिया में सबसे लंबे समय तक राज करने वाले थाईलैंड के राजा का निधन

दुनिया में सबसे लंबे समय तक राज करने वाले थाईलैंड के राजा का निधन

थाईलैंड के नरेश भूमिबोल अदुल्यदेज का लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया और इसके साथ ही इस देश में राजशाही के सात दशक के सुनहरे दौर का अंत हो गया।
पूर्व राजनयिक अरुंधति घोष का निधन

पूर्व राजनयिक अरुंधति घोष का निधन

जानी-मानी राजनयिक अरुंधति घोष का 76 साल की उम्र में कल रात निधन हो गया। घोष संयुक्त राष्ट्र में भारत की राजदूत रह चुकी हैं और व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (सीटीबीटी) पर वार्ता में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने भारत के पक्ष को जोरदार तरीके से रखा था।
वरिष्ठ पत्रकार और कवि नीलाभ अश्क का निधन

वरिष्ठ पत्रकार और कवि नीलाभ अश्क का निधन

वरिष्ठ पत्रकार, कवि, अनुवादक और समालोचक नीलाभ अश्क का लंबी बीमारी के बाद शनिवार की सुबह निधन हो गया। नीलाभ जाने-माने साहित्यकार उपेंद्र नाथ अश्क के बेटे थे।
बाबरी मस्जिद मामले के पैरोकार 96 वर्षीय हाशिम अंसारी का निधन

बाबरी मस्जिद मामले के पैरोकार 96 वर्षीय हाशिम अंसारी का निधन

बाबरी मस्जिद मामले के मुख्य पैरोकार हाशिम अंसारी का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। अंसारी ने अयोध्या के कोटिया में स्थित अपने आवास में बुधवार की सुबह 5 बज कर 30 मिनट पर अंतिम सांस ली। अंसारी 96 वर्ष के थे। उनके बेटे इकबाल अंसारी ने बताया कि उनके पिता हाशिम अंसारी बीते 6 माह से हृदय और सांस की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।
अयोध्या विवाद के सबसे बुजुर्ग पैरोकार अंसारी के निधन से समाज में दुख की लहर

अयोध्या विवाद के सबसे बुजुर्ग पैरोकार अंसारी के निधन से समाज में दुख की लहर

रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के सबसे उम्रदराज पैरवीकार हाशिम अंसारी के बुधवार को हुए निधन से मुसलमानों और हिन्दुओं समेत पूरे समाज में दुख का माहौल है। विवादित ढांचा विवाद के आखिरी मूल वादी अंसारी ने कभी भी मुद्दे को लेकर सियासत नहीं की। सारी जिंदगी मुकदमे की पैरवी में निकाल देने वाले अंसारी को समाज का हर वर्ग और तबका सम्मान की नजर से देखता था।
ब्र‍ेग्जिट के बाद मेग्जिट का भूकंप : प्‍लीज, लौट आओ मेसी

ब्र‍ेग्जिट के बाद मेग्जिट का भूकंप : प्‍लीज, लौट आओ मेसी

देश बड़ा है या क्‍लब ? जो लोग लियोनेल मेसी के खेल में कोई कमी नहीं ढूंढ़ पाते, वे अंत में यही सवाल उछाल देते हैं। जैसा कि इन दिनों हो रहा है। आलोचक आंकड़ों के जरिये यह कुतर्क दे रहे हैं कि लियोनेल मेसी का दिल देश के लिए नहीं, क्‍लब के लिए धडक़ता है। क्‍लब के लिए वह जी-जान एक कर देते हैं लेकिन देश के लिए उनके मन में तरंगें तक नहीं उठतीं। और यह सब ऐसे खिलाड़ी के लिए कहा जा रहा है जो कई वर्षों से अर्जेंटीना की टीम की ताकत बना हुआ है। जिसके बूते अर्जेंटीना की टीम विश्वकप फाइनल खेलती है, लगातार दो बार कोपा अमेरिका कप के फाइनल में पहुंची है। कोई यह सवाल नहीं उठाता कि अर्जेंटीना तो फाइनल में पहुंचने लायक ही नहीं थी लेकिन इसके बावजूद मेसी उसे यहां तक ले आए। हां, फाइनल न जीत पाने का ठीकरा आलोचक जरूर उनके सिर पर फोड़ते रहे हैं। देश उनके लिए क्‍या है? यह उनका संन्यास का फैसला ही बता देता है।
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