चीन ने ताइवान के संसदीय प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी को लेकर भारत के समक्ष राजनयिक विरोध दर्ज कराया है और भारत-चीन के बेहतर संबंधों को बनाये रखने के लिए उससे ताइवान से जुड़े मुद्दों से सावधानी से निपटने को कहा है।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर मुद्दे में बदलाव करने और दक्षिण चीन सागर में सैन्य विस्तार करने का आरोप लगाया है। इससे पहले ट्रंप ने फोन पर ताइवान के राष्टपति से बात की थी। चीन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया ट्रंप ने ट्विटर के माध्यम से दी है और समझा जाता है कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के रविवार को किए गए दोनों ट्वीट अमेरिका-चीन तनाव को और बढ़ाएंगे।
एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में ताइवान की तरफ से गलती से चीन की ओर एक पोत रोधी सुपरसोनिक मिसाइल दागने का मामला सामने आया है। हालांकि 75 किमी की दूरी तय करने के बाद मिसाइल ताइवान समुद्री क्षेत्र में ही गिर गया। यह घटना चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की 95वीं वर्षगांठ के अवसर पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा ताइवान की स्वतंत्रता का विरोध किए जाने के बीच सामने आई है।