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Search Result : "तेल की ऊंची कीमतें"

हृदय रोगियों के लिए ऊंचाई पर रहना खतरनाक

हृदय रोगियों के लिए ऊंचाई पर रहना खतरनाक

स्वास्‍थ्य के क्षेत्र में हुए एक अध्ययन से खुलासा हुआ है कि कार्डिएक अरेस्ट की स्थिति में किसी बहुमंजिला इमारत के ऊपरी मंजिलों पर रहने वाले ‌हृदय रोगियों की तुलना में निचले तल पर रहने वाले हृदय रोगियों के बचने की उम्मीद ज्यादा होती है। इसकी वजह यह है कि कार्डिएक अरेस्ट होने पर ऊपरी मंजिलों की तुलना में निचली मं‌जिलों पर मदद ज्यादा तेजी से पहुंच सकती है।
तेल बाजार तबाह होने का खतरा, अमेरिकी क्रूड 12 साल में सबसे सस्‍ता

तेल बाजार तबाह होने का खतरा, अमेरिकी क्रूड 12 साल में सबसे सस्‍ता

अंतरराष्ट्रीय उर्जा एजेंसी (आईईए) ने कच्चे तेल बाजार में अधिक आपूर्ति की चेतावनी दी है जिसके बाद एशियाई बाजार में आज अमेरिकी कच्चे तेल का भाव 28 डालर प्रति बैरल से नीचे आ गया। यह 12 साल का नया निम्न स्तर है।
ईरान पर लगे अंतरराष्‍ट्रीय प्रतिबंध समाप्‍त, सस्‍ता होगा तेल

ईरान पर लगे अंतरराष्‍ट्रीय प्रतिबंध समाप्‍त, सस्‍ता होगा तेल

एक महत्‍वपूर्ण अंतरराष्‍ट्रीय घटनाक्रम में अमेरिका अौर यूरोपीय संघ ने ईरान पर लगाए आर्थिक प्रतिबंध हटाने का ऐलान किया है।
खुले बाजार की रसोई गैस 61.50 रुपये महंगी, एटीएफ 1.2% सस्‍ता

खुले बाजार की रसोई गैस 61.50 रुपये महंगी, एटीएफ 1.2% सस्‍ता

पिछले कई महीनों से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्यों में जारी कटौती को देखते हुए लगातार तीसरी बार विमान ईंधन यानी एटीएफ के मूल्यों में फिर से 1.2 प्रतिशत की कटौती की गई। वहीं खुले बाजार में बिकने वाली रसोई गैस (एलपीजी) के प्रति सिलेंडर मूल्य में 61.50 रुपये की वृद्धि की गई है।
पेट्रोल 58 पैसे और डीजल 25 पैसे प्रति लीटर सस्ता

पेट्रोल 58 पैसे और डीजल 25 पैसे प्रति लीटर सस्ता

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट की वजह से भारत में भी लोगों को राहत देते हुए तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम घटा दिए हैं।
पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े

पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ने के कारण देश में भी पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ गए। पेट्रोल की कीमत में 36 पैसे प्रति लीटर और डीजल के दाम में 87 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई है।
प्रचार के हल्ला-बोल में चुनावी गणित का उतार-चढ़ाव

प्रचार के हल्ला-बोल में चुनावी गणित का उतार-चढ़ाव

शुरुआती दौर में बिहार के शहरों में भाजपा प्रचार में आगे दिख रही है। अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए ऊंची जातियों को सक्रिय करने में सफल रही है, लेकिन आपसी फूट भी जबर्दस्त है। बिहारी मतदाता अपने पत्ते अभी खोलने को तैयार नहीं
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